जीभ का रंग बताएगा आपकी सेहत का राज

जीभ का रंग बताएगा आपकी सेहत का राज

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-20 12:22 GMT
जीभ का रंग बताएगा आपकी सेहत का राज

डिजिटल डेस्क। नॉर्मली सुबह उठकर हम सभी सबसे पहले अपना चेहरा आइने में देखते हैं, लेकिन क्या कभी आपने अपनी जीभ पर भी ध्यान दिया है? क्या आप जानते हैं कि डॉक्टर क्यों जांच के दौरान आपकी जीभ चेक करते हैं? ऐसा करने की बड़ी वजह है, क्योंकि आपकी जीभ का आपके पूरे शरीर पर असर पड़ता है। आपकी जीभ का रंग आपके खाने पीने से लेकर आपकी दवा और पेय पदार्थो के आधार पर बदलता है। जीभ न सिर्फ आपको स्‍वाद का आभाष कराती है बल्कि यह आपके शरीर की स्थितियों को भी बताती हैं। आपके शरीर में क्‍या चल रहा है, आपकी शारीरिक आंतरिक गतिविधियां सही है या नहीं और शारीरिक अस्‍वस्‍थता के संकेत देने का काम हमारी जीभ करती है। आपका चेहरा और आँखें आपके स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ बताती हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी जीभ भी आपके स्वास्थ्य के बारे में काफी कुछ बयान करती है। आपके जीभ के रंग से लेकर टेक्सचर तक बताता है कि आपको कोई बीमारी है या विटामिन की कमी। इसलिए अगली बार जब आप आइना देखें तो अपनी जीभ देखना न भूलें।

1. लाल जीभ(Red Tongue)

स्वस्थ जीभ हल्की सफेदी के साथ गुलाबी रंग की होती है, लेकिन अगर जीभ लाल है तो इसका मतलब है कि गर्मी के कारण आपके शरीर में पानी की कमी है। और इसकी वजह से ड्राई माउथ या माउथ अल्सर का खतरा बढ़ सकता है। हालाँकि विटामिन बी-12 की कमी से भी माउथ अल्सर और लाल जीभ की समस्या हो सकती है, इसलिए यदि आपकी जीभ लाल है तो आप विटामिन बी-12 का सेवन करें और ढेर सारा पानी पियें।

2. नीली जीभ(Blue Tongue)

यदि आपको साँस संबंधित बीमारी है तो आपकी जीभ का रंग नीला हो सकता है। यह दिखाता है कि शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक नहीं है। यह तनाव व शरीर में इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है। इसलिए जब भी आप देखें कि आपकी जीभ का रंग नीला है तो आप डॉक्टर से जरूर मिलें।

3. सफेद जीभ(White Tongue)

जीभ पर सफेद रंग की हल्की परत तो ठीक है लेकिन मोटी परत रोग की निशानी है। ऐसा तब होता है जब आप अपनी जीभ की सफाई ठीक से नहीं करते। इसकी वजह से साँसों में बदबू पैदा हो सकती है और फंगल इंफेक्शन भी हो सकता है।

4. जीभ शुष्क होना(Dry Tongue)

ऐसा अधिक तनाव या डिहाइड्रेशन के कारण होता है। लार ग्रंथियों के सूजन के कारण भी ये समस्या हो जाती है, लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय से है तो यह इम्यूनोलॉजिकल समस्या के कारण भी हो सकता है। इससे निजात पाने के लिए योग का सहारा ले सकते हैं।

5. सोर टंग (sore tongue)

क्या आप जानते हैं कि स्मोकिंग की वजह से यह समस्या शुरू हो सकती है। जब शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन का स्तर शरीर में बढ़ जाता है तो सोर टंग की दिक्कत शुरू हो जाता है। इसकी वजह से फिर शरीर में अल्सर या कोलाइटिस हो सकता है।

6. काले धब्बे (Black Patches)

हालाँकि यह किसी बहुत बड़ी समस्या को नहीं दिखाती लेकिन यह बैक्टीरियल इंफेक्शन की निशानी हो सकती है। इससे साँसे बदबू करने लगती हैं और खाने में स्वाद भी नहीं आता।

7. बर्निंग सेन्सेशन(Burning sensation)

गलत टूथपेस्ट या हार्मोनल चेंज के कारण यह समस्या हो जाती है। कभी कभी यह टूथपेस्ट में पाये जाने वाले कुछ तत्वों के कारण होता है। मेनोपॉज़ वाली महिलाओं में भी हॉर्मोनल बदलाव की वजह से बर्निंग सेन्सेशन की समस्या हो सकती है

 

Similar News