तुलसी के पत्तों से भी होते हैं इतने सारे साइड इफेक्ट्स
तुलसी के पत्तों से भी होते हैं इतने सारे साइड इफेक्ट्स
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। तुलसी के पत्तों का भारतीय जीवन शैली में खास महत्व है। रोजाना की पूजा-पाठ से लेकर आयुर्वेदिक चिकित्सा या घरेलु नुस्खों तक में इसका उपयोग होता है। आमतौर पर ये माना जाता है कि तुलसी के पत्तों से हमें सिर्फ लाभ ही होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। तुलसी के पत्तों से कई सारे साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए है हानिकारक
तुलसी के पत्ते गर्भवती महिला और उसके भ्रूण के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं। कई मामलो में गर्भपात होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। तुलसी में एस्ट्रगोल पाया जाता है, इसके कारण गर्भाशय में सिकुड़न होने की आशंका बढ़ जाती है। इतना ही नहीं ये पत्ते महिलाओं की पीरियड्स को भी प्रभावित करते हैं इसी वजह से गर्भवती महिलाओं के लिए इनका सेवन सही नहीं है।
मधुमेह के मरीज न खाएं
कई रिसर्च के अनुसार तुलसी ब्लड शुगर लेवल को कम करती है। अगर कोई व्यक्ति पहले से ही डायबिटीज की दवा ले रहा हैं तो तुलसी के पत्तों का सेवन शुगर लेवल को अधिक मात्रा में कम कर देगा जो एक डायबिटीज के मरीज की सेहत के लिए ठीक नहीं है।
लिवर को होता है नुकसान
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, अगर आप एसिटामिनोफेन (दर्द निवारक) जैसी दवाए लें रहे हैं और नियमित रूप से तुलसी का सेवन करते हैं तो ऐसे लोगो में लिवर डेमेज होने का खतरा अधिक होता है।
तुलसी करती है खून को पतला
तुलसी खून को पतला करती है। ये उन लोगों के लिए एक अच्छा घरेलु उपाय है, जो खून पतला करने के लिए दवा नहीं लेना चाहते। जो लोग पहले से ही खून को पतला करने के लिए दवाएं ले रहे हैं, अगर वो तुलसी का सेवन करते हैं, तो यह उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।
दांतो का बदल सकता है रंग
आपको हमेशा तुलसी के पत्तों को बिना चबाए निगलने के लिए कहा होगा, लेकिन इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण है। तुलसी के पत्तों में आयरन पाया जाता है, लेकिन इसे चबाए बिना खाने से आपके दांतों से स्मेल नहीं आती और उनका रंग भी चेंज नहीं होता।