Bhaskar Hindi
Update: 2017-05-19 10:38 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
टीम डिजिटल, पुणे. महाराष्ट्र के शोलापुर की 21 साल की लड़की अब माँ बन सकेगी. ये लड़की बिना यूट्रस के पैदा हुई थी. यहाँ के एक निजी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पहली बार लड़की की मां का यूट्रस निकलकर उसके शरीर में प्रत्यारोपित करने में सफलता पायी है. 

यह काम लेप्रोस्कोपी तकनीक से किया गया. डॉक्टरों ने इसके लिए 3 साल तक तैयारी की थी. प्रत्यारोपण के लिए बाकायदा स्वास्थ्य सेवाओं के डायरेक्टरेट से परमिशन ली गयी थी. यूट्रस न होने से लड़की को कभी पीरियड्स नहीं हुआ. अब उसके स्वास्थ्य पर 6 माह तक लगातार निगरानी रखी जाएगी, जिससे ये पता चल सके की कहीं माँ के यूट्रस को उसके शरीर ने रिजेक्ट तो नहीं कर दिया. डॉक्टरों ने बताया की लड़की के शरीर में डिम्बाशय तो था पर यूट्रस नहीं. अगले साल IVF तकनीक से उसके शरीर में शुक्राणुओं को प्रवेश करवाया जायेगा. इसके बाद वह माँ बन जाएगी. प्रत्यारोपण की कामयाबी के बाद डॉक्टर अब गुजरात में २३ साल की लड़की पर इसी ऑपरेशन को दोहराएंगे. 

 

 

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