कभी ना लें प्रेग्नेंसी में डिप्रेशन की दवाएं, होते हैं ये नुकसान

कभी ना लें प्रेग्नेंसी में डिप्रेशन की दवाएं, होते हैं ये नुकसान

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-10 02:45 GMT
कभी ना लें प्रेग्नेंसी में डिप्रेशन की दवाएं, होते हैं ये नुकसान

डिजिटलडेस्क,भोपाल। प्रेग्नेंट होना हर महिला  के लिए अलग एहसास होता हैं, क्योंकि तब वो एक महिला से मां बनने की ओर कदम बढ़ाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के हारमोनल चेंजिस आते हैं। उन बदलावों में कई बार कई बीमारियां भी हो जाती हैं। कभी महिलाएं थायरॉइड का शिकार हो जाती हैं, तो कभी उन्हें डिप्रेशन की शिकायत हो जाती हैं। ऐसे में डॉक्टर प्रेग्नेंसी कोर्स के साथ इन बीमारियों का इलाज भी करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रेगंनेंसी के दौरान ली जाने वाली डिप्रेशन की दवाएं कई तरह से बुरा असर डालती हैं। आइए जानते हैं कि वो कौ नसे नुकसान हैं जो इन दवाओं से होते हैं। 

बच्चे की मानसिक सेहत पर पड़ता है असर

हाल में एक रिसर्च में दावा किया गया है कि प्रेग्नेंसी के दौरान एंटी डिप्रेशन की दवाओं की खुराक लेना खतरनाक साबित हो सकता है। ये ना केवल मां को बल्कि बच्चे की मानसिक सेहत को भी प्रभावित करता है।

ये अध्ययन नेशनल सेंटर फॅार रजिस्टर बेस्ड रिसर्च के आरहुस बीएसएस में किया गया है। रिसर्च में सामने आया है कि "प्रेग्नेंसी के दौरान एंटीडिप्रेसेंट्स लेने के कारण बच्चों मे ऑटिज्म का खतरा बढ़ जाता है। यही नहीं, ऐसे में बच्चों के बर्थ डिफेक्ट के साथ पैदा होने की आशंका बढ़ जाती है।

9 लाख बच्चों पर की रिसर्च

रिसर्च 9 लाख से ज्यादा बच्चों पर की गई है। जिसमें ज्यादातर ऐसे बच्चे शामिल थे, जिनकी मां ने प्रेग्नेंसी के दौरान डिप्रेशन की दवाएं खाईं। रिसर्चर्स ने पाया कि गर्भवती होने के दौरान एंटीडिप्रेसेंट्स दवाओं की खुराक लेने वाली माताओं के बच्चों में ऑटिज्म बीमारी के लक्षण दिखने लगते हैं। ऐसी माताओं के बच्चों में फैसले लेने की क्षमता उन बच्चों के मुकाबले कम होती है, जिनकी मां गर्भवती होने के दौरान डिप्रेशन की दवाएं नहीं लेती हैं।

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