वो कौन सा मोड़ है उम्र का...जिसमें रहता है सबसे ज्यादा तनाव?

वो कौन सा मोड़ है उम्र का...जिसमें रहता है सबसे ज्यादा तनाव?

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-31 07:45 GMT
वो कौन सा मोड़ है उम्र का...जिसमें रहता है सबसे ज्यादा तनाव?

डिजिटल डेस्क,भोपाल। घर, ऑफिस, बिजनेस, काम, पढ़ाई, रिजल्ट, रिलेशनशिप, पैसा...और भी कई चीजें हैं जो हमारे जीवन में तनाव का कारण बनती हैं। इन सब परेशानियों से पार पा कर भी खुश रहना किसी कला से कम नहीं है, लेकिन क्या आप जानते है कि वो कौनसी उम्र है जिसमें इंसान सबसे ज्यादा तनाव महसूस करता है और कौनसी उम्र में सबसे ज्यादा खुश रहते हैं। नहीं जानते होंगे, इसलिए आजहम आपको बताने जा रह हैं कि वो कौनसी उम्र है जिसमें आपको तनाव झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए।
एक रिपोर्ट में सामने आया है कि हम सबसे ज्यादा खुश 16 से 20 और 65 से 85 साल की उम्र में होते हैं। जबकि 45 से 55 साल के लोग सबसे कम खुश रहते हैं। खुशी का स्तर 21 से 55 साल तक घटती जाती है और दोबारा धीरे-धीरे बढ़ने लगती है।

ये रिसर्च 97 देशों के 13 लाख लोगों पर 7 सर्वे के के बाद तैयार की गई है। इस रिसर्च में  भारत को भी शामिल किया गया है। सर्वे आॉलाइन किया गया, जिसमें लोगों से सवाल पूछे गए। 

रिपोर्ट के अनुसार जिंदगी के 16वें और 80वें साल में खुशी शिखर पर होती है। 50वें साल में ये सबसे निचले स्तर पर होती है। 45 से 55 साल के लोगों के सबसे ज्यादा तनाव में रहने और खुशी कम होने के पीछे का महत्वपूर्ण कारण हैं। उनकी जिम्मे‍दारियां, ये वो उम्र है, जिसमें किसी भी व्यक्त‍ि के ऊपर सबसे ज्यादा जिम्मेदारियां होती हैं। विवाह के बाद का तनाव, बच्चों की जिम्मेदारी, जॉब की चिंता, परिवार को और खुद को वक्त ना दे पाना, ये सब तनाव की वजह बनती हैं।

क्यों घटता बढ़ता है खुशी का स्तर?

खुस रहने और दुखी रहने के कई कारण होते हैं। आइे जानते हैं कि आखिर वो कौनसी बातें है जो हमे दुख देती है।

  • खुद की तुलना दूसरों से करना
  • उम्मीद के मुताबिक चीजें न होना
  • ये सोचना कि क्या हो सकता है
  • ट्रेंड का मूल्यांकन करना
  • बेहतरी के बारे में अनुमान लगाना
  • बीते कल व भविष्य को याद करना
  • अपनी नवीनता को पहचानना
  • खुद के काम को नंबर देना
  • सुविधाओं का आकलन करना
  • रोजाना के काम को नंबर देना

जो बात सबसे ज्यादा खुशी देती है उसमें सबसे आगे हैं संतुष्ट‍ि। इसके अलावा व्यक्त‍ि की खुशी उसकी आय और स्वास्थ्य भी प्रभावित करती है।
 

Similar News