पुरुषों की तुलना में ऑफिस वर्क करने वाली महिलाओं को होता है ज्‍यादा तनाव

पुरुषों की तुलना में ऑफिस वर्क करने वाली महिलाओं को होता है ज्‍यादा तनाव

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-16 18:10 GMT
पुरुषों की तुलना में ऑफिस वर्क करने वाली महिलाओं को होता है ज्‍यादा तनाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑफिस जाने वाली महिलाओं को ऑफिस जाने वाले पुरुषों से ज्यादा तनाव होता है। ये बात हाल ही में की गई एक रिपोर्ट में सामने आई है। तनाव की वजह से उन महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले डिप्रेशन का खतरा भी ज्यादा होता है। यही नहीं अध्‍ययन की रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि करियर में महिलाएं जैसे-जैसे आगे बढ़ती हैं उनमें डिप्रेशन का खतरा उतना ही ज्‍यादा होता चला जाता है।

उन महिलाओं में ये खतरा ज्यादा होता है जो पति से ज्‍यादा सैलरी पाती हैं। ये अध्‍ययन अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉइस के शोधकर्ताओं ने किया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक परिवार को सबसे ज्यादा वित्तीय मदद कौन कर रहा है और इसे लेकर भी उनके मनोविज्ञान पर असर पड़ता है।

अध्ययन में ये बात भी निकलकर आई कि अपने परिवार के दूसरे सदस्यों के मुकाबले महिलाओं की आय जैसे-जैसे बढ़ती है, उनमें डिप्रेशन के लक्षण नजर आने लगते हैं।

दूसरी ओर शोधकर्ता करेन क्रामर और सुजिन पाक ने पाया कि आय में बढ़ोतरी के साथ पुरुषों का ना केवल जीवनस्तर सुधरता है, बल्क‍ि उनकी मानसिक सेहत पर भी इसका पॉजिटिव असर पड़ता है। इस अध्ययन में 1463 पुरुषों और 1769 महिलाओं को शामिल किया गया, साथ ही उनके मनोविज्ञान और मानसिक सेहत की जांच की गई।

लेकिन अध्ययन की रिपोर्ट में जो एक बात निकलकर सामने आई वो ये कि जब एक महिला अपने बच्चों की देखभाल और परिवार के लिए छुट्टी लेकर घर पर रहने लगती है तो उसकी मानसिक सेहत पर इसका कोई खास नेगेटिव असर नहीं दिखता। लेकिन इसके उलट अगर पुरुष जब बच्चों की देखभाल के लिए घर पर रुकते हैं तो उनकी मानसिक सेहत पर इसका असर देखने को मिलता है।

बच्चों या घर की देखरेख के लिए काम छोड़ने वाले पुरुषों में जहां डिप्रेशन का स्तर ज्यादा पाया गया, वहीं महिलाओं के मानसिक सेहत पर इसका कोई खास असर नहीं देखा गया। शोधकर्ताओं का कहना है कि अध्ययन के दौरान पुरुषों और महिलाओं में नौकरी और घर की जिम्मेदारियों और उनकी वजह से होने वाले डिप्रेशन में अंतर नजर आया। 
 

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