कोविड के बीच करियर को लेकर चिंतित हरियाणा के विद्यार्थी

कोविड के बीच करियर को लेकर चिंतित हरियाणा के विद्यार्थी

IANS News
Update: 2020-09-09 12:30 GMT
कोविड के बीच करियर को लेकर चिंतित हरियाणा के विद्यार्थी
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  • कोविड के बीच करियर को लेकर चिंतित हरियाणा के विद्यार्थी

चंडीगढ़, 9 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा में 18 से 29 साल के आयुवर्ग बीच के विद्यार्थी लॉकडाउन और कोरोनोवायरस महामारी के कारण लगे प्रतिबंधों के कारण अपनी परीक्षा, करियर और नौकरी के अवसरों को लेकर चिंतित हैं।

इसके साथ ही वे इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि नौकरी न होने के कारण परिवार के लिए राशन कहां से लेकर आए, जो कि खत्म होने के कगार पर है। वे ऑनलाइन कक्षा का लाभ लेने में भी कठिनाई महसूस कर रहे हैं।

राज्य के उच्च शिक्षा विभाग के सहयोग से बेंगलुरु के एक स्टार्टअप योरदोस्त के आकलन में ये तथ्य सामने आए हैं। इससे निकले निष्कर्ष बुधवार को सार्वजनिक किए गए।

ऑनलाइन परामर्श और कल्याण सेवाओं का यह मंच हरियाणा में 1,00,000 से अधिक कॉलेज के छात्रों को मुफ्त सहायता प्रदान करते आ रहे हैं।

योरदोस्त की सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋचा सिंह ने कहा, हमने इस पहल को अप्रैल में राज्य के उच्च शिक्षा विभाग के साथ साझेदारी में शुरू किया था। अब तक हमने छात्रों को विशेषज्ञ सहायता देकर उन्हें प्रेरित करने के लिए 1,000 से अधिक सत्र आयोजित किए हैं।

उन्होंने आगे कहा, इन सत्रों का संचालन करते समय, हमने तीन प्रमुख मुद्दों की पहचान की है जो लॉकडाउन के दौरान छात्रों को विशेष रूप से परेशान करते हैं। वे राशन के खत्म होने से अपने परिवारों को लेकर चिंतित हैं, वे उनकी परीक्षा, नौकरी के अवसरों और करियर के विकल्पों के बारे में चिंतित हैं, और अंत में ऑनलाइन कक्षाओं में प्रवेश करने में कठिनाई को लेकर चिंतित हैं।

कोविड -19 महामारी के दौरान छात्र समाज के सबसे कमजोर वर्गों में से एक के रूप में उभरे हैं, जो काफी दबाव में हैं।

ऐसे में योरदोस्त हेल्पलाइन नंबर 1800 313 2023 के माध्यम से छात्र अपनी व्यक्तिगत चुनौतियों के बारे में विशेषज्ञों से बात कर सकते हैं।

विशेषज्ञ उन्हें अपनी भावनाओं के माध्यम से नेविगेट करने में मदद करते हैं।

अपने अनुभव को साझा करते हुए लाभार्थी प्रभान हिसार ने कहा, यह इन समयों में बहुत उपयोगी है और यह उन सभी के लिए उपयोगी है, जिन्हें समर्थन की आवश्यकता है। मैं आपका तहे दिल से धन्यवाद करना चाहूंगा।

रोहतक के अंकित मक्कर ने कहा, मैं विशेष रूप से अपनी पढ़ाई और अपने करियर को लेकर चिंतित था। जिस विशेषज्ञ के साथ मैंने बात की, उसने मुझे इतनी अच्छी तरह निर्देशित किया। मैं अब काफी बेहतर महसूस कर रहा हूं।

एमएनएस-एसकेपी

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