राम रहीम केस : पत्रकार के बेटे ने कहा- पिता का बलिदान बेकार नहीं गया

राम रहीम केस : पत्रकार के बेटे ने कहा- पिता का बलिदान बेकार नहीं गया

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-28 14:41 GMT
राम रहीम केस : पत्रकार के बेटे ने कहा- पिता का बलिदान बेकार नहीं गया

डिजिटल डेस्क, सिरसा। बाबा राम रहीम जिस पत्रकार की हत्या में आरोपी है उस मृत पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिहं को CBI की स्पेशल कोर्ट के फैसले को संतोषजनक बताया है। उन्होनें कहा कि, "मुझे गर्व है कि पिता का बलिदान व्यर्थ नहीं गया।

एक वेबसाईट के मुताबिक अंशुल ने कहा, जब हम लोगों से कहते थे कि राम रहीम आपत्तिजनक गतिविधियों में लिप्त है तो कोई हमारी बात पर यकीन नहीं करता था। अंशुल ने गुरमीत सिहं को समाज का दुश्मन करार दिया।" उन्होने कहा कि, "उन्हे इस बात की खुशी है कि कोर्ट ने उनकी बातों को सही साबित किया।

गौरतलब है कि राम रहीम को CBI की विशेष कोर्ट ने 25 अगस्त को दोषी करार दिया था और सोमवार को रेप के दोनों मामलों में 20 साल की सजा दी गई है। रामचंद्र छत्रपति वही पत्रकार हैं जिन्होंने सबसे पहले युवतियों के साथ हुए इस रेप के मामलें को अपने समाचार पत्र में छापा था। जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी और इस मामले में भी बाबा राम रहीम आरोपी है और कोर्ट में केस चल रहा है। 

 

 

Similar News