देश के बैंकिंग इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला, विजय माल्या और नीरव मोदी को भी पीछे छोड़ा

बैंक घोटाला देश के बैंकिंग इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला, विजय माल्या और नीरव मोदी को भी पीछे छोड़ा

ANAND VANI
Update: 2022-02-14 08:46 GMT
देश के बैंकिंग इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला, विजय माल्या और नीरव मोदी को भी पीछे छोड़ा
हाईलाइट
  • 28 बैंकों से कारोबार के नाम पर लिया ऋण

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विज्य माल्या और नीरव मोदी को पिछाड़ते हुए एबीजी शिपयार्ड कंपनी ने देश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला किया है। कंपनी ने करीब 23 हजार करोड़ का बैंक फ्रॉड किया है। ये घोटाल माल्या और मोदी के घोटाला के जोड़ से भी ज्यादा है।

 कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर  मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, मोदी काल में अबतक 5,35000 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड हो चुके हैं। 75 सालों में जनता के पैसे की ऐसी धांधली कभी नहीं हुई। लूट और धोखे के ये दिन सिर्फ मोदी के मित्रों के लिए अच्छे दिन हैं। 

आरोप- प्रत्यारोप

घोटाला को लेकर विपक्ष  मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस  मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार जनता का पैसा लुटाओ फिर भगाओ की रणनीति पर काम कर रही है। आरोपी देश छोड़कर विदेश भाग रहे हैं। वहीं कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि एबीजी शिपयार्ड को लोन यूपीए सरकार में दिया गया था जबकि मोदी सरकार ने इस चोरी को पकड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सरकार पर हमला ऐसा ही है जैसे चोर, पुलिस को अपराध का जिम्मेदार ठहरा रहा हो। सारा पैसा 2014 में मोदी सरकार के आने से पहले ये पैसे दिए गए और एनपीए भी मोदी सरकार बनने से पहले ही हो गए थे। 

जारी रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियों ने बैंक में भ्रष्टाचार से प्राप्त धनराशि से विदेश में अरबों की प्रॉपर्टी खरीदी, धोखाधड़ी के मामले में एबीजी शिपयार्ड के खिलाफ 28 बैंकों के प्रतिनिधि ने साल 2019 में शिकायत दर्ज कराई थी। घोटाला को लेकर विपक्ष  मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। 

सीबीआई की एफआईआर के अनुसार घोटाला करने वाली दो प्रमुख कंपनियों के नाम एबीजी शिपयार्ड और एबीजी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड हैं। दोनों कंपनियां एक ही समूह की हैं।   आपको बता दें अब तक विजय माल्या और नीरव मोदी का  नाम बैंक फ्रॉड में सबसे ऊपर चल रहा था लेकिन अब इस लिस्ट में एक और नाम सबसे टॉप पर जुड़ गया है।  सूरत बेस्ड कंपनी एबीजी शिपयार्ड ने  22,842 करोड़ रुपये का बड़ा घोटला किया है। जानकारी के मुताबिक एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड ने देश की अलग-अलग 28 बैंकों से कारोबार के नाम पर 2012 से 2017 के बीच कुल 28,842 करोड़ रुपये का ऋण लिया था।  

हालफिलहाल कंपनी के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल, एबीजी शिपयार्ड के तत्कालीन कार्यकारी निदेशक संथानम मुथास्वामी, निदेशकों अश्विनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमल नेवेतिया  के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, आधिकारिक दुरुपयोग  की कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कमलेश अग्रवाल देश छोड़कर भाग गया, खबरों के मुताबिक वह सिंगापुर में रह रहा है। जुलाई 2016 में कमलेश ने ऋण ली धनराशि को एनपीए घोषित की जा चुकी है।

ग्राफिक्स से समझिए प्रमुख बैंकों का कंपनी पर कितना बकाया?

                   


आपको बता दें साल 1985 में एबीजी शिपयार्ड कंपनी की शुरुआत हुई थी। गुजरात के दाहेज और सूरत में एबीजी समूह की यह शिपयार्ड कंपनी पानी के जहाज बनाने और उनकी मरम्मत का काम करती है। अब तक यह कंपनी 165 जहाज बना चुकी है। एसबीआई का मानना है कि ICICI बैंक समेत दो दर्जन से अधिक बैंको से कंपनी ने ऋण लिया। जिसके खराब प्रदर्शन के कारण एनपीए घोषित कर दिया था।

 

 

 

 


 

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