कश्मीर घाटी में जम जाएंगी झीलें, शुरू हुई 'चिल्लई कलां'

कश्मीर घाटी में जम जाएंगी झीलें, शुरू हुई 'चिल्लई कलां'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-21 08:53 GMT
कश्मीर घाटी में जम जाएंगी झीलें, शुरू हुई 'चिल्लई कलां'

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड की 40 दिन की अवधि "चिल्लई कलां" शुरू हो गई है। 21 दिसंबर से शुरू होकर ये 30 जनवरी तक जारी रहेगी। चिल्लई कलां कश्मीर में उस अविधि को कहा जाता है जिसमे जमा देने वाली ठंड पड़ती है। झीलें और नदियां जम जाती हैं। भारी बर्फबारी होती है। सैलानी जहां इस वक्त वादियों के खूबसूरत नजारे को देखने आते है, तो वहीं घाटी वालों के लिए ये मुश्किल का वक्त होता है।

 

हालांकि रात भर हुई बारिश की वजह से जम्मू-कश्मीर में न्यूनतम तापमान में सुधार आया है। गुरुवार को श्रीनगर का न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री, पहलगाम में हिमांक बिंदु से ऊपर 0.3 डिग्री. गुलमर्ग 2.8 डिग्री, सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं लेह में न्यूनतम तापमान शून्य से 9.2 डिग्री नीचे और कारगिल में शून्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया है।

 

सेना के लिए भी मुश्किल

कुछ दिन पहले भारी बर्फबारी के चलते गुरेज सेक्टर में तीन और नौगाम सेक्टर में दो जवान गुम हो हो गए थे। ये जवान अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। रातभर हुई बर्फबारी के बाद से मौसम बिगड़ा हुआ था। जिसके बाद सेना को सर्च ऑपरेशन में तीन तीन जवानों के शव बर्फ में दबे मिले थे। इस इलाके में कई फीट बर्फ जम गई थी। ऐसे में सेना के लिए भी ये 40 दिन खासे मुश्किल भरे रहे सकते है।

 

यातायात भी प्रभावित

चिल्लई कलां के दिनों में बर्फबारी का असर यातायात पर भी पड़ सकता है। हाल ही में हुई भारी बारिश की वजह से घाटी में यातायात प्रभावित हुआ था। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड को बंद कर देने की वजह से यात्रियों और स्थानीय लोगों को खासा दिक्कते हुई थी।  ऐसे में लोगों को सलाह दी जा रही है कि वह अपनी यात्रा शुरु करने से पहले कंट्रोल रूम में संपर्क करे ले।

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