गुलाम नबी आजाद को जम्मू एयरपोर्ट पर रोका, भेजा दिल्ली वापस
गुलाम नबी आजाद को जम्मू एयरपोर्ट पर रोका, भेजा दिल्ली वापस
- आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद वह जम्मू का दौरा करना चाहते थे
- इससे पहले भी उन्हें एक बार श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया था
- राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद को जम्मू एयरपोर्ट पर रोक दिया गया
डिजिटल डेस्क, जम्मू। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद को मंगलवार को एक बार फिर जम्मू एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। वह जम्मू का दौरा करना चाहते थे। हालांकि प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी और वापस दिल्ली भेज दिया गया। इससे पहले भी उन्हें सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आजाद दोपहर करीब 2.45 बजे विस्तारा की फ्लाइट से जम्मू पहुंचे, लेकिन उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं आने दिया गया। उन्हें वीआईपी लाउंज में ले जाया गया जहां सीनियर सिविल और पुलिस अधिकारियों ने उन्हें जम्मू शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देने के प्रशासन के फैसले की जानकारी दी। इसके बाद उन्हें 4.30 बजे गोएयर की फ्लाइट से वापस दिल्ली भेज दिया गया।
आजाद ने कहा, "यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। यदि मुख्यधारा के राजनीतिक दल का दौरा नहीं करेंगे, तो कौन जाएगा? जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व सीएम पहले से ही घर में नजरबंद हैं और उन्हें राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है, यह असहिष्णुता का संकेत है।"
पार्टी के प्रवक्ता अब्दुल रशीद चौधरी के अनुसार, आजाद को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती के अवसर पर पार्टी की ओर से आयोजित एक समारोह में भाग लेना था। स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता, जो जम्मू एयरपोर्ट के बाहर इकट्ठे हुए थे, को पहले से ही खबर मिल चुकी थी कि आजाद को अगली फ्लाइट में दिल्ली वापस भेजा जा सकता है इसीलिए वह काफी पहले ही एयरपोर्ट से वापस चले गए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को इस महीने में दूसरी बार एक हवाई अड्डे पर रोका गया है। 8 अगस्त को, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, आजाद को श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोक दिया गया और स्थानीय प्रशासन ने दिल्ली वापस भेज दिया।
बता दें कि घाटी धीरे-धीरे प्रतिबंधों को कम किया जा रहा है। अधिकांश हिस्सों में सुरक्षा लॉकडाउन जारी रहने के साथ, प्राथमिक स्कूलों को सोमवार को पहली बार फिर से खोला गया। हालांकि अधिकांश छात्र स्कूल नहीं पहुंचे जिस कारण कक्षाएं खाली रही।