'चारा घोटाला' से सुर्खियों में आए अस्थाना CBI के स्पेशल डायरेक्टर
'चारा घोटाला' से सुर्खियों में आए अस्थाना CBI के स्पेशल डायरेक्टर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने नौकरशाही में फेरबदल करते हुए गुजरात कैडर के आईपीएस और सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक राकेश अस्थाना को जांच एजेंसी के स्पेशल डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया। रविवार को हुई बैठक में इसका फैसला लिया गया। उनके साथ साथ सीबीआई के आठ प्रमुख अधिकारियों के पद में भी बदलाव किए गए हैं। उनके साथ ही गुरबचन सिंह को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) का स्पेशल डायरेक्टर बनाया गया, वहीं राजेश रंजन और एपी महेश्वरी को बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) का विशेष महानिदेशक बनाया गया है।
सीबीआई प्रमुख का चयन प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की कमेटी द्वारा किया जाता है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने केंद्रीय जांच ब्यूरो, आईबी,बीएसएफ, एनआईसीएफ और सीआरपीएफ में आठ अधिकारियों की पदोन्नति की मंजूरी दे दी है। ये सभी अधिकारी अंतरिम आदेश तक इन पदों पर रहेंगें।
- आईबी में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर रहे गुरबचन सिंह को आईबी में स्पेशल डायरेक्टर पद मिला वो अब अगले साल 31 दिंसबर 2018 तक इस पद पर रहेंगे।
- CRPF में एडिशनल डायरेक्टर जनरल के पद पर तैनात आईपीएस ऑफिसर सुदीप लखटकिया को सीआरपीएफ में स्पेशल डायरेक्टर जनरल के पद पर नियुक्त किया गया है। नए पद की नियुक्ति 31 जुलाई,2019 या अगले आदेश तक प्रभावी रहेगी।
- उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद को ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनलॉजी एंड फोरेंसिक साइंस’ (NICFS) में स्पेशल डायरेक्टर जनरल बनाया गया है। इसके पहले वो इसी संस्था में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे।
- CRPF में एडिशनल डायरेक्टर जनरल दीपक कुमार मिश्रा को भी स्पेशल डायरेक्टर जनरल का पद प्राप्त हुआ। वो इस पद पर 30 नवंबर या अगले आदेश तक बने रहेंगे।
- वहीं, बीएसएफ में एडिशनल डायरेक्टर जनरल के पद पर कार्यरत IPS ऑफिसर ए पी माहेश्वरी को इसी संस्धा में स्पेशल डायरेक्टर जनरल नियुक्त किया गया है। ये भी 28 फरवरी 2021 या अगला आदेश आने तक इस पद पर बने रहेंगे।
-इंटेलिजेंस ब्यूरों में एडिशनल डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे आईपीएस अधिकारी अरविंद कुमार को स्पेशल डायरेक्टर बनाया गया है।
राकेश अस्थाना का कद बढ़ा
सेंट्रल गवर्मेंट ने सीबीआई के डायरेक्टर अनिल सिन्हा के रिटायर होने के बाद 1984 गुजरात कैडर के आइपीएस अधिकारी और सीबीआई में ही एडिशनल डायरेक्टर का कार्यभार संभाल रहे राकेश अस्थाना को स्पेशल डायरेक्टर नियुक्त किया है। अगले आदेश तक वो इस पद पर आसीन रहेंगे। स्पेशल डायरेक्टर का पद सीबीआई में प्रमुख है और निदेशक के पद तक पहुंचने से पहले इस पद पर सेवा देनी होती है। अनिल सिन्हा भी डायरेक्टर से पहले स्पेशल डायरेक्टर रह चुके हैं। वैसे वो अकेले इस पद की दौड़ में नहीं थे 1981 कर्नाटक कैडर के आईपीएस ऑफिसर रुपक कुमार दत्ता का भी नाम था, लेकिन उन्हें गृह मंत्रालय में विशेष सचिव बना दिया गया है।
अब तक का सफर
1961 में रांची में जन्मे राकेश अस्थाना ने रांची के सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़ाई की है। 1984 में पहले प्रयास में ही वो UPSC की परीक्षा पास कर गुजरात कैडर से आईपीएस बन गए। ईमानदार अधिकारियों के तौर पर जाने जाने वाले अस्थाना कई बड़ी जिम्मेदारी उठा चुके हैं और सबसे ज्यादा उन्हें लालू यादव से 6 घंटे की पूछताछ के बाद जाना गया। 35 साल की उम्र में उन्होंने 1996 में बहुचर्चित चारा घोटाले के मामले में चार्जशीट दायर कर 1997 में लालू का पहली बार गिरफ्तार किया था। चर्चित गोधरा कांड में भी इन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई है। इसके साथ 26 जुलाई, 2008 को अहमदाबाद में हुए बम ब्लास्ट की गुत्थी को उन्होंने 22 दिनों में ही सुलझा दिया था।