गौहत्या की शिकायत की, 100 लोगों ने कार पर किया जानलेवा हमला

गौहत्या की शिकायत की, 100 लोगों ने कार पर किया जानलेवा हमला

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-16 04:46 GMT
गौहत्या की शिकायत की, 100 लोगों ने कार पर किया जानलेवा हमला

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। देश में भीड़ की शक्ल में मनमानी करने वालोंं की हिम्मत दिनों दिन बढती जा रही है। हाल ही में बेंगलुरू के थलागट्टापुरा में भीड़ का एक खौफनाक चेहरा सामने आया है। भीड़ ने एक महिला को अपना शिकार बनाया। पीड़िता का कहना है कि उसकी गलती महज इतनी थी कि उसने पुलिस से इलाके में चल रही गौहत्या और अवैध बूचड़खानों की शिकायत की थी। महिला की शिकायत के बाद उस पर लगभग 100 लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया। 

गाय को ले जाते देखकर हुआ शक

गौरतलब है कि पीड़िता का नाम नंदिनी है। नंदिनी ने कहा कि वह शहर के जेपी नगर इलाके में अपने दो दोस्तों के साथ ड्राइविंग कर रही थी। इसी बीच उन्होंने कुछ संदिग्ध हरकत देखी। नंदिनी ने बताया कि उनकी दोस्त ने देखा कि कुछ लोग एक गाय को पास के मैदान में ले गए और उसका कत्ल कर दिया। उन्होंने बताया कि इस एरिया में बीफ की कई गैरकानूनी दुकानें चलती है। इससे पहले 14 अन्य गायों की हत्या के बारे में भी पता चला था। संदिग्ध स्थिति को देखते हुए नंदिनी अपने दोस्तों के साथ शाम 6:30 बजे थलागट्टापुरा पुलिस स्टेशन पहुंची और मामले की शिकायत दर्ज कराई।

सीएम सिद्धारमैया बोले, कोई कानून नहीं तोड़ सकता

मामला सामने आने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का हक नहीं है। कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले पीड़िता नंदिनी ने बताया कि पुलिस ने उन्हें सांत्वना दी कि वह कड़ा कदम उठाएंगे। वो वहां बैठे रहे और देखा कि वहां पर 15-20 पुलिसकर्मी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि जब पुलिसकर्मी घटनास्थल पर जाने लगे तो हमने उनसे कहा कि हमें भी अपने साथ ले चले, ताकि हम उन्हें सही जगह ले जा सकें।

इसके बाद नंदिनी की कार में दो पुलिसवाले बैठ गए। जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां 100 से ज्यादा लोग मौजूद थे, पहले तो उन्हें लगा कि वह लोग पुलिस की गाड़ी को देखकर वहां इकट्ठा हुए हैं, लेकिन जब हम अंदर पहुंचे तो वहां एक भी पुलिसवाला नहीं था। भीड़ पागलों की तरह उन पर टूट पड़ी, लोग उनकी कार पर पत्थर मारने लगे। 

नंदिनी बताया कि हमारे साथ गए दो पुलिसकर्मियों ने भीड़ का ऐसा रुख देखते हुए भी कुछ नहीं किया। वहां मौजूद लोग पाकिस्तानी नारे लगा रहे थे। नंदिनी किसी तरह वहां से बच निकली। ये घटना रात 8:30 बजे के करीब की है। इस हमले में नंदिनी का दायां हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गया। 

पुलिस ने नहीं की कोई मदद
नंदिनी के मुताबिक जब वो मदद की गुहार लेकर पुलिस स्टेशन वापस पहुंची तो सब इंस्पेक्टर उन पर ही भड़क गया। उसने हमले के सबूत के तौर पर उनकी तस्वीर लेने से इनकार कर दिया और किसी ने भी स्टेशन में उनकी मदद नहीं की। 


 

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