जम्मू-कश्मीर: 11 जिलों में वोटिंग संपन्न, पहले चरण में 64 फीसदी मतदाताओं ने डाले वोट

जम्मू-कश्मीर: 11 जिलों में वोटिंग संपन्न, पहले चरण में 64 फीसदी मतदाताओं ने डाले वोट

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-08 01:55 GMT
हाईलाइट
  • चुनाव से पहले हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक को रविवार को नजरबंद कर दिया गया है।
  • जम्मू-कश्मीर में कड़ी सुरक्षा और आतंकी धमकी के बीच पहले चरण का मतदान शुरू
  • जम्मू-कश्मीर में नगर निकाय चुनाव के पहले चरण में सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हो रहा है। अलगाववादियों के बंद की घोषणा को देखते हुए सुरक्षाबल विशेष सतर्कता बरत रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर में निकाय चुनावों के पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया है। पहले चरण में 11 जिलों में वोटिंग हुई। आतंकी धमकियों के बावजूद यहां लोगों ने जमकर मतदान में हिस्सा लिया। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पहले चरण का मतदान प्रतिशत 63.83 रहा। हालांकि कुछ जिलों में वोटिंग प्रतिशत बेहद कम भी रहा।

सोमवार को जम्मू, राजौरी, पुंछ में मतदाताओं की लंबी कतारे देखने को मिलीं जबकि घाटी में मतदान केंद्रों पर छिटपुट लोग ही नजर आए।  इससे पहले चुनाव आयोग ने सुबह 11 बजे मतदान के आंकड़े जारी किए थे। तब अनंतनाग में 5 प्रतिशत, बड़गाम में 3%, बांदीपोरा में 2%, बारामूला में 3%, कुपवाड़ा में 18%, श्रीनगर में 3.50%, लेह में 26%, करगिल में 33%, जम्‍मू में 34%, पुंछ में 47% तथा राजौरी में अब तक 55 फीसदी मतदान हो चुका था।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी धमकी और बहिष्कार के बीच आज (सोमवार) सुबह स्थानीय निकाय के पहले चरण के मतदान संपन्न हुए। चुनाव से पहले मिली आतंकी धमकियों के मद्देनजर जम्मू पुलिस और सेना के जवानों की बड़ी तादाद में तैनाती की गई थी, ताकि जनता के बीच किसी भी तरह का आतंकी खौफ न फैले। वहीं चुनाव से ठीक पहले चुनाव को बहिष्कार करने वाले  हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक को रविवार को नजरबंद कर दिया गया था। 

 

फारूक ने इस पर ट्वीट कर कहा था कि, "नजरबंद हूं। चुनाव की विचित्र लोकतांत्रिक प्रक्रिया चल रही है। बड़ी संख्या में बल तैनात किए गए हैं। पीएसए लगाने, लोगों को कैद और नजरबंद करने, छापेमारी करने, पाबंदियां लगाने और इंटरनेट पर रोक लगाने की प्रक्रिया तेज हुई है। फारूक ने कहा, यह जिक्र नहीं करना चाहिए कि उम्मीदवार नामालूम हैं और जनता हैरान है। लोकतंत्र का क्या मजाक उड़ाया जा रहा है।" तीनों अलगाववादी नेताओं ने ज्वाइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (JRL) के बैनर तले सोमवार से शुरू हो रहे चुनावों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है।

 

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