पद्मावती : राजाओं पर थरूर के बयान से भड़के सिंधिया, बोले- 'उन्हें इतिहास पढ़ने की जरुरत'

पद्मावती : राजाओं पर थरूर के बयान से भड़के सिंधिया, बोले- 'उन्हें इतिहास पढ़ने की जरुरत'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-17 18:55 GMT
पद्मावती : राजाओं पर थरूर के बयान से भड़के सिंधिया, बोले- 'उन्हें इतिहास पढ़ने की जरुरत'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फिल्म पद्मावती पर जारी विरोध प्रदर्शनों को लेकर राजा-महाराजाओं पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर के बयान ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। उनके इस बयान के बाद उन्हीं की पार्टी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें इतिहास पढ़ने की सलाह दे डाली है।

बता दें कि शशि थरूर ने एक कार्यक्रम में पद्मावती फिल्म का विरोध कर रहे राजपूत राजाओं पर तंज कसते हुए कहा था कि आज जो ये तथाकथित जाबाज महाराजा फिल्म का विरोध कर रहे हैं, वे महाराजा उस समय भाग खड़े हुए थे जब ब्रिटिश शासकों ने उनके मान सम्मान को रौंदा था। थरूर के इस बयान पर शुक्रवार शाम ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, "लगता है थरूर को इतिहास की कम जानकारी है। उन्हें ब्रिटिश काल में महाराजाओं की भूमिका जानने के लिए इतिहास पढ़ने की जरुरत है। उन्हें फालतू की बयानबाजी के सहारे विवाद खड़ा करने से बचना चाहिए।" सिंधिया ने साथ ही यह भी कहा, "मैं सिंधिया हूं और मैं अपने पूर्वजों पर गर्व करता हूं।"

केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने भी शशि थरूर के इस बयान पर ट्वीट करते हुए उनसे उनसे पूछा था कि क्या सभी महाराजाओं ने ब्रिटिश के सामने घुटने टेके थे? स्मृति ने कहा था, "शशि थरूर के इस बयान पर ज्योतिरादित्य, दिग्विजय सिंह और अमरिंदर सिंह को अपनी राय देनी चाहिए।"

गौरतलब है कि संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती निर्माण के समय से ही विवादों में है। फिल्म की शूटिंग के समय करणी सेना ने गलत इतिहास बताने का आरोप लगाते हुए संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट की थी। करणी सेना ने सेट पर तोड़ फोड़ मचाई थी। फिलहाल देशभर में इस फिल्म का विरोध चल रहा है। कईं राजपूत राजघराने भी इस विवाद में कूद पड़े हैं और इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म को फिलहाल टेक्निकल कारणों के चलते वापस लौटा दिया है। फिल्म की रिलीज़ डेट भी 1 दिसंबर से आगे बढ़ सकती है। 

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