36 दिन बाद नेवी ने खदान में 200 फीट नीचे से निकाला पहला शव, रेस्कयू ऑपरेशन जारी

36 दिन बाद नेवी ने खदान में 200 फीट नीचे से निकाला पहला शव, रेस्कयू ऑपरेशन जारी

Manmohan Prajapati
Update: 2019-01-17 05:22 GMT
हाईलाइट
  • 13 दिसंबर 2018 से कोयला खदान में फंसे हैं 15 मजदूर
  • एक माह से अधिक समय से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
  • नेवी के गोताखोरों ने 210 फीट अंदर से निकाला पहला शव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मेघालय के पूर्वी जयंतिया जिले में स्थित अवैध कोयला खदान में फंसे 15 श्रमिकों को बचाने के लिए राहत का काम जारी है। एक महीने से अधिक समय से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान भारतीय नौसेना को एक मजदूर की डेड बॉडी मिली है। बताया जा रहा है कि डेड बॉडी खदान के 200 फीट अंदर मिली है। जिसके बाद से अंदर फंसे मजदूरों के बचने की उम्मीदें और कम नजर आ रही हैं। बता दें कि 13 दिसंबर से खनिकों को निकालने के लिए एनडीआरएफ, स्थानीय लोगों और नौसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।

नेवी की ओर से खदान में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर बयान जारी किया गया है। जिसके अनुसार भारतीय नेवी के गोताखोरों ने 200 फीट अंदर से एक शव को खोज निकाला है। इसके लिए सेना ने अंडरवॉटर आरओवी का उपयोग किया। आपको बता दें कि इससे पहले सबमरसिबल रोबॉटिक निरीक्षण में माहिर चेन्नई की एक कंपनी की टीम ने अपने छोटे रोबोट वाहनों का उपयोग करके पास की खाली पड़ी खदान से पानी के अंदर अपना खोज अभियान शुरू किया था। 

आपको बता दें कि इस अवैध कोयला खदान में फंसे मजदूरों का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया था। कोर्ट ने कहा था कि वह मेघालय में 13 दिसंबर से अवैध कोयला खदान में फंसे 15 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अब तक उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं है। कोर्ट ने इस मामले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि मेघालय में अवैध खदान में फंसे लोगों को निकालने के लिए शीघ्र, तत्काल एवं प्रभावी अभियान चलाने की जरूरत है।

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