एयर स्ट्राइक को गोपनीय रखने सेना ने नाम दिया था "ऑपरेशन बंदर"

एयर स्ट्राइक को गोपनीय रखने सेना ने नाम दिया था "ऑपरेशन बंदर"

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-21 13:05 GMT
हाईलाइट
  • 12 मिराज फाइटर प्लेन किए थे इस्तेमाल
  • 250 से 300 आतंकी मारने का दावा
  • पुलवामा हमले का बदला लेने की थी एयर स्ट्राइक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान पर 26 फरवरी को बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी, इस ऑपरेशन को गोपनीय रखने के लिए "ऑपरेशन बंदर" नाम दिया गया था। ऑपरेशन में 12 मिराज फाइटर प्लेन का इस्तेमाल किया गया था। कार्रवाई में 250 से 300 आतंकी मरने का दावा किया गया था।

पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर 14 फरवरी को हमला हुआ था, जिसके जवाब में भारत ने एयर स्ट्राइक की थी, इसे ऑपरेशन बंदर नाम देने पर सेना के सूत्र ने बताया कि बंदरों का हमेशा से ही भारत के युद्ध इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। रामायण काल में भगवान राम की सेना के सेनापति हनुमान (बंदर) थे। लंका को जलाने से पहले वो उसमें चुपचाप दाखिल हुए थे। 
 

फंडिंग पर रोक लगाने की कर रहे कोशिश
थल सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा था कि कुछ सरकारी एजेंसियां आतंकवाद से निपटने की लगातार कोशिश कर रही हैं, और उन्हें मिलने वाली फंडिंग का पता लगाने के प्रयास में जुटी हैं। बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक आतंकियों के मुंह पर करारे तमाचे की तरह थी। भारत में प्रशिक्षण लेने वाले आतंकी अब हमला करने से पहले कई बार सोचेंगे। 

 
एयरस्ट्राइक के बाद नहीं हुई घुसपैठ
सेना के मुताबिक बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से अब तक पीओके में घुसपैठ की कोशिश नहीं की गई है। आतंकियों ने वहां लांच पैड का इस्तेमाल करना भी बंद कर दिया है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो महीनों से आतंकी गतिविधियां पूरी तरह बंद हैं। सेना ने आतंकी संगठनों पर दबाव बनाकर रखा है।

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