राहुल के भाषणों को उनके नेता गंभीरता से नहीं लेते, जनता क्या लेगी- पीएम मोदी

राहुल के भाषणों को उनके नेता गंभीरता से नहीं लेते, जनता क्या लेगी- पीएम मोदी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-18 15:10 GMT
राहुल के भाषणों को उनके नेता गंभीरता से नहीं लेते, जनता क्या लेगी- पीएम मोदी
हाईलाइट
  • पीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का नेता कंफ्यूज है और पार्टी फ्यूज है।
  • पीएम मोदी ने कहा कि यहां की जनता ने स्वच्छता को संस्कार बना दिया है।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को इंदौर में भी लोगों को संबोधित किया।

डिजिटल डेस्क, इंदौर। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में विशाल जनसभा को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को इंदौर में भी लोगों को संबोधित किया। इंदौर में विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यहां की जनता ने स्वच्छता को संस्कार बना दिया है। कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम ने कहा कि जिस नामदार (राहुल) के भाषणों और उनकी बातों को उनकी पार्टी के नेता ही गंभीरता से नहीं लेते हैं, मुझे विश्वास है कि देश की जनता भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेगी।

पीएम ने कहा कि कांग्रेस के पास नीति नहीं है, नीयत नहीं है और नेता का चेहरा नहीं है। उनका नेता कंफ्यूज है और पार्टी फ्यूज है

पीएम ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में किए गए अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए तय किया है कि वो दिग्विजय सिंह का चेहरा जनता को नहीं दिखाएंगे। ये चुनाव 55 साल तक मध्य प्रदेश में राज करके तोड़ों और बाटों की नीति रखने वाली, भाई से भाई को लड़ाकर, एक जाति से दूसरी जाति को लड़ाकर अपना राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने वाली कांग्रेस पार्टी और 15 साल तक मध्य प्रदेश में विकास करने वाली भाजपा के बीच का चुनाव है।" 

पीएम मोदी ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर चुटकी लेते हुए कहा कि 10 साल तक रिमोट कंट्रोल वाली मैडम जी की सरकार ने मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार और मध्य प्रदेश की जनता की हमेशा उपेक्षा ही की थी। पीएम ने कहा, "ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता के दायरे को बढ़ाने का जो काम बीजेपी ने 4 साल में किया है अगर वह कार्य कांग्रेस पार्टी को करना पड़ता तो उनकी 12 पीढ़ी लग जाती तब भी वो ये काम नहीं कर पाते।" 

कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस नामदार के भाषणों और उनकी बातों को उनकी पार्टी के नेता ही गंभीरता से नहीं लेते हैं, मुझे विश्वास है कि देश की जनता भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेगी। उन्होंने कहा, "जिस पार्टी के नामदार को NCC के बारे में नहीं पता, कैलाश मानसरोवर जाकर आए अनुभव के बारे में नहीं पता, घोषणा पत्र के बारे में कुछ भी मालूम नहीं, क्या ऐसे लोगों को देश दिया जा सकता है क्या?"
 

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