पीएम मोदी ने बदल दिया इतिहास, मगहर में दी गलत जानकारी

पीएम मोदी ने बदल दिया इतिहास, मगहर में दी गलत जानकारी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-29 06:45 GMT
पीएम मोदी ने बदल दिया इतिहास, मगहर में दी गलत जानकारी
हाईलाइट
  • पीएम मोदी सूफी संत कबीर साहब के 620वें प्राकट्य उत्सव पर मगहर में कबीर की निर्वाण स्थली पहुंचे थे।
  • पीएम ने भाषण में कहा था कि यहां पर संत कबीर
  • गुरु नानकदेव और गोरखनाथ ने बैठ कर आध्यात्मिक चर्चा की थी।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से गलत तथ्य पेश करने का वाकया सामने आया है।
  • संत कबीर का जन्म 14 वीं सदी व गुरुनानक का समय 15वीं व 16 वीं शताब्दी था।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से गलत तथ्य पेश करने का वाकया सामने आया है। गुरुवार को पीएम मोदी सूफी संत कबीर साहब के 620वें प्राकट्य उत्सव पर मगहर में कबीर की निर्वाण स्थली पहुंचे थे। यहां पीएम मोदी ने संत कबीर की मजार पर चादर चढ़ाई और कबीर अकादमी का शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए विरोधी दलों पर जमकर तंज कसा। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इतिहास की कई बातों का भी जिक्र किया, जो अब उनके लिए ही ट्रोलिंग का कारण बन गया।

पीएम मोदी ने अपने भाषण में इतिहास बताते हुए एक बड़ी चूक कर दी। पीएम ने भाषण में कहा था कि यहां पर संत कबीर, गुरु नानकदेव और गोरखनाथ ने बैठ कर आध्यात्मिक चर्चा की थी। यह बात पुरानी थी इसलिए लोग इस गलती को नहीं पकड़ पाये। बाद में पता चला कि ऐतिहासिक रूप से सही नहीं है।

 

ऐतिहासिक तथ्यों को देखा जाये तो नाग संप्रदाय की स्थापना बाबा गोरखनाथ ने की थी। बाबा गोरखनाथ का जन्म 11 वीं शताब्दी में हुआ था। संत कबीर का जन्म 14 वीं सदी व गुरुनानक का समय 15वीं व 16 वीं शताब्दी था। संत कबीर 120 साल तक जीवित रहे ऐसे में बाबा गोरखनाथ व गुरु नानक आपस में मिल सकते थे लेकिन इनसे 200 साल पहले आये गोरखनाथ से मुलाकत होना संभव नहीं दिखता है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार इतिहास की बात बताने में पीएम मोदी से गलती हुई है। सार्वजनिक सभाओं में पीएम मोदी बिना लिखा हुआ भाषण ही पढ़ते हैं जिसके चलते ऐसी चूक होने की संभावना रहती है।

 


पीएम मोदी ने चढ़ाई चादर
जानकारी के अनुसार पीएम मोदी लखनऊ से मगहर हेलीकाप्टर द्वारा पहुंचे थे। यहां पीएम मोदी ने कबीर दास मगहर एकेडमी की आधारशिला रखी। यह एकेडमी 24 करोड़ की लागत से बनने वाली है। पीएम मोदी मगहर में कबीरदास की 500वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित भी किए। इसके बाद संत कबीर की मजार पर चादर चढ़ाई। साथ ही पीएम ने संत कबीर गुफा का दौरा भी किया। इसके अलावा पीएम ने कबीर अकादमी की आधारशिला के मौके पर पट्टिका का अनावरण किया।

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