कर्नाटक : राज्यपाल का सीएम को पत्र, आज दोपहर 01.30 बजे तक साबित करना होगा बहुमत

कर्नाटक : राज्यपाल का सीएम को पत्र, आज दोपहर 01.30 बजे तक साबित करना होगा बहुमत

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-18 17:12 GMT
कर्नाटक : राज्यपाल का सीएम को पत्र, आज दोपहर 01.30 बजे तक साबित करना होगा बहुमत
हाईलाइट
  • कर्नाटक के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बहुमत साबित करने के लिए कहा
  • कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है
  • फ्लोर टेस्ट न होने से नाराज भाजपा विधायक इसके बाद सदन में धरने पर बैठ गए

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही फ्लोर टेस्ट के बिना ही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। फ्लोर टेस्ट न होने से नाराज भाजपा विधायक इसके बाद सदन में धरने पर बैठ गए। उधर, कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को पत्र लिखकर शुक्रवार दोपहर 1:30 बजे सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहा।

 

 

 

बीजेपी की मांग है कि विधानसभा अध्यक्ष राज्यपाल के पत्र का जवाब दें और फ्लोर टेस्ट करें। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा, "हम प्रस्ताव पर मतदान करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इसे लेने से हिचक रहे हैं क्योंकि उन्हें खुद पता है कि उन्होंने सदन और लोगों का विश्वास खो दिया है। हर कोई जानता है कि कांग्रेस-जेडीएस के पास केवल 98 विधायक हैं, हमारे पास 105 हैं।" उन्होंने कहा, "बीजेपी के सभी विधायक सदन में ही सोएंगे। जब तक विश्व मत पर फैसला नहीं हो जाता हम दिन और रात सदन में ही रहेंगे।"

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा, ​​आज सदन में भाजपा विधायक मधु स्वामी ने कहा "वही सुप्रीम कोर्ट जिसने आपको यहां बैठने में मदद की थी अब हमारी मदद कर रही है। इसका मतलब है कि जो भी फैसला SC से आया है, उन्होंने स्पष्ट रूप से इसका दुरुपयोग किया है। हम SC का सम्मान करते हैं, वे किसी की मदद नहीं कर रही हैं।

इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे। बीजेपी अपनी याचिका में कोर्ट से स्पीकर को फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग करेगी। वहीं कांग्रेस ये स्पष्टीकरण मांगेगी कि क्या पार्टी की ओर से जारी किया हुआ व्हिप 15 विधायक मानने के लिए बाध्य हैं या नहीं? दरअसल कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि 15 विधायकों को विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। कांग्रेस पूछेगी कि क्या 15 विधायक व्हिप मनाने के लिए बाध्य हैं या नहीं? क्योंकि व्हिप पार्टी का है न कि स्पीकर का।

इससे पहले बीजेपी विधायकों ने फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की थी और उन्हें ज्ञापन सौंपा था। इस मुलाकात के बाद राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष के रमेश कुमार को फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया को दिन के अंत तक पूरा करने के लिए कहा था। बता दें कि कर्नाटक में जारी सियासी घमासान के बीच गुरुवार को कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार का फ्लोर टेस्ट होना था, लेकिन फ्लोर टेस्ट पर लंबी बहस के बाद शाम 06.30 बजे कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।

विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पर बहस के दौरान सीएम कुमारस्वामी ने कहा, आज सिर्फ मेरी सरकार पर ही संकट नहीं है, बल्कि स्पीकर पर भी जबरन दबाव बनाया जा रहा है। मैंने अपने कार्यकाल में जनता के लिए काम किया है। कुमारस्वामी ने कहा, विपक्ष को सरकार गिराने की काफी जल्दी है, BJP इतनी जल्दबाजी क्यों कर रही है।

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