Coronavirus: अब भारत में ही बन सकेगी कोरोना टेस्ट की किट, पूणे की एक कंपनी को मिली मंजूरी

Coronavirus: अब भारत में ही बन सकेगी कोरोना टेस्ट की किट, पूणे की एक कंपनी को मिली मंजूरी

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-24 15:18 GMT
Coronavirus: अब भारत में ही बन सकेगी कोरोना टेस्ट की किट, पूणे की एक कंपनी को मिली मंजूरी
हाईलाइट
  • एक टेस्टिंग किट से 100 लोगों की जांच की जा सकती है
  • अब कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए भारत में भी किट तैयार हो सकेगी
  • पुणे स्थित माय लैब को NIV ने कोरोनोवायरस के लिए टेस्ट किट बनाने की मंजूरी दी

डिजिटल डेस्क, पुणे। पुणे स्थित माय लैब (Mylab Discovery Solutions Pvt Ltd) को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) ने कोरोनोवायरस के लिए टेस्ट किट बनाने की मंजूरी दी है। इस मंजूरी के बाद अब कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए भारत में भी किट तैयार हो सकेगी। कंपनी का दावा है कि एक टेस्टिंग किट से 100 लोगों की जांच की जा सकती है। इसके बाजार में आ जाने से एक प्राइवेट लैब में दिन में कोरोना के एक हजार टेस्ट किए जा सकेंगे। अभी एक लैब में औसतन दिनभर में 100 सैंपलों की ही जांच हो पाती है।

टेस्ट किट के कमर्शियल प्रोडक्शन की अनुमति
कंपनी ने बताया कि मायलैब पैथोडिटेक्ट कोविड-19 क्वॉलिटेटिव पीसीआर किट को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने टेस्ट किट के कमर्शियल प्रोडक्शन की अनुमति दे दी है। कंपनी के प्रबंध निदेशक हसमुख रावल ने कहा कि स्थानीय और केंद सरकार से मिले सहयोग और मेक इन इंडिया पर जोर देते हुए उसने कोरोनावायरस की जांच के लिए किट तैयार की है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर जांच किट को बनाने से इसकी मौजूदा लागत घटकर एक चौथाई रह जाएगी। बता दें कि वर्तमान में मायलैब ब्लड बैंकों, अस्पतालों, एचआईवी जांच की किट बनाती है।

टेस्ट के मामले में भारत सबसे नीचे
भारत फिलहाल प्रति मिलियन जनसंख्या पर किए गए टेस्ट के मामले में सबसे नीचे हैं। यह आंकड़ा 6.8 का है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कोरोना वायरस के टेस्ट में आ रही दिक्कतों को देखते हुए 16 निजी प्रयोगशालाओं को टेस्ट करने की अनुमति दी है। इन सभी लैब के देशभर में 15,000 से ज्यादा कलेक्शन सेंटर हैं।

इन प्राइवेट लैब को टेस्ट की अनुमति
दिल्ली से लाल पैथ लैब्स, गुजरात से यूनिपथ स्पेशलिटी लेबोरेटरी, हरियाणा से स्ट्रैंड लाइफ साइंसेज और एसआरएल लिमिटेड, तमिलनाडु में सीएमसी और अपोलो अस्पताल, महाराष्ट्र में थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, सबअर्बन डायग्नोस्टिक्स (इंडिया) प्रा. लिमिटेड, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर लिमिटेड, सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, मोलेक्युलर मेडिसिन, रिलायंस लाइफ साइंसेज प्रा. लिमिटेड और एसआरएल लिमिटेड है।

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