दशहरे पर फ्रांस में राफेल के साथ शस्त्र पूजन करेंगे रक्षामंत्री 

दशहरे पर फ्रांस में राफेल के साथ शस्त्र पूजन करेंगे रक्षामंत्री 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-06 12:15 GMT
दशहरे पर फ्रांस में राफेल के साथ शस्त्र पूजन करेंगे रक्षामंत्री 

डिजिटल, नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह दशहरे के दिन फ्रांस में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमान राफेल और उसमें लगे हथियारों से शस्त्र पूजन करेंगे। दशहरे पर भारतीय परंपरा अनुसार शस्त्रों की पूजा की जाती है। ऐसे में रक्षामंत्री राफेल पर बकायदा रोली-चन्दन का तिलक लगाकर मंत्रोच्चारण के सा​थ राफेल की पूजा करेंगे। ज्ञात हो कि पिछले साल राजनाथ सिंह ने बीएसएफ के जवानों के साथ बीकानेर में शस्त्र पूजा की थी। रक्षा सूत्रों के मुताबिक इस यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह राफेल विमान उड़ा भी उड़ाएंगे।

पूर्ण विधि से पूजन कराने के लिए कुशल ब्राह्मण मौके पर मौजूद रहेंगे। इसके लिए फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित राज दूतावास को पंडित से बात कर मौके पर पहुंचने के आदेश दे दिए हैं। वाहन और शस्त्र पूजन की विधि पूरी करने के बाद, नारियल भी फोड़ा जाएगा। नारियल फोड़ने का अर्थ, शस्त्र और वाहन के इस्तेमाल का श्रीगणेश करना है। शस्त्र पूजन का यह कार्यक्रम तकरीबन 10 से 20 मिनट तक का होगा।

फ्रांस रक्षा सहयोग पर करेंगे बैठक
इस साल 8 अक्टूबर को भारत को सौंपा जाएगा। इसी राफेल विमान को लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस जा रहे हैं।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राफेल विमान लेने के बाद फ्रांसीसी सरकार के अधिकारियों के साथ रक्षा अन्य सहयोग पर बैठक भी करेंगे। 9 अक्तूबर को राजनाथ सिंह अपने समकक्ष के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद रक्षामंत्री पायलट की ड्रेस पहन करीब आधा घंटा राफेल विमान उड़ाएंगे। एयरफोर्स की भाषा में विमान उड़ाने को शॉर्टी कहा जाता है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शस्त्र पूजन और राफेल को भारत लाने के लिए पेरिस से डेढ़ घंटे दूर बोर्डो मेरिग्नेक एयरपोर्ट नाम के स्थान पर जाएंगे।

उप वायुसेना प्रमुख अरोड़ा जाएंगे साथ
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उप वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल हरजिंदर सिंह अरोड़ा भी जाएंगे। इससे पहले राजनाथ सिंह के साथ वायुसेना प्रमुख के जाने का कार्यक्रम था, लेकिन वह एनसीआर में वायुसेना दिवस के कार्यक्रम में व्यस्त रहेंगे।

36 राफेल विमानों का फ्रांस से किया सौदा
ज्ञात हो कि पीएम मोदी ने 2015 में फ्रांस यात्रा के दौरान देश में लड़ाकू विमानों की कमी पूरी करने के लिए फ्रांस की कंपनी द सॉल्ट एविएशन के 36 राफेल विमानों का सौदा किया था। ये पहला रक्षा समझौता था जो दो सरकारों के बीच हुआ था। उन्हीं 36 राफेल विमानों में से पहला राफेल विमान। 

राफेल से बढ़ेगी भारत की ताकत: वायुसेना प्रमुख
नए एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा था कि राफेल के शामिल होने से देश और वायुसेना की ताकत बढ़ेगी। राफेल की तकनीक हमारे लिए गेम चेंजर होगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालत की चुनौतियों से निपटने के लिए वायुसेना पुरी तरह तैयार है। हम पहले भी तैयार थे और अब बालकोट जैसी एयरस्ट्राइक की जरूरत पड़ने पर वायुसेना ज्यादा तैयार है।

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