आरक्षण रोजगार की गारंटी नहीं, नौकरियां कहां हैं ? : नितिन गडकरी
आरक्षण रोजगार की गारंटी नहीं, नौकरियां कहां हैं ? : नितिन गडकरी
- 7 अगस्त को कोर्ट में सुनवाई।
- आरक्षण रोजगार की गारंटी नहीं-गडकरी
- हर समुदाय में एक वर्ग गरीब है।
डिजिटल डेस्क,औरंगाबाद। केन्द्रीय सड़क एवं पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मराठा आंदोलन पर बोलते हुए कहा कि आरक्षण रोजगार देने की गारंटी नहीं है क्योंकि नौकरियां कम हो रही हैं, उन्होने कहा कि एक ‘‘सोच’’ है जो चाहती है कि नीति निर्माता हर समुदाय के गरीबों पर विचार करें। नितिन गडकरी महाराष्ट्र में हो रहे मराठा आंदोलन और अन्य समुदायों के विरोध से जुड़े मामलों पर अपना विचार रख रहे थे। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘मान लीजिए कि आरक्षण दे दिया जाता है, लेकिन नौकरियां नहीं हैं। बैंक में आईटी के कारण नौकरियां कम हुई हैं।
हर समुदाय में है गरीबी
नितिन गडकरी ने कहा कि ‘एक सोच कहती है कि गरीब गरीब होता है, उसकी कोई जाति, पंथ या भाषा नहीं होती। उसका कोई भी धर्म हो, मुस्लिम, हिन्दू या मराठा सभी समुदायों में एक वर्ग है जिसके पास पहनने के लिए कपड़े नहीं है, खाने के लिए भोजन नहीं है। उन्होंने कहा, ‘एक सोच यह कहती है कि हमें हर समुदाय के अति गरीब धड़े पर भी विचार करना चाहिए
7 अगस्त को हाईकोर्ट में सुनवाई
मराठा आरक्षण को लेकर जारी मराठा आंदोलन ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है। मराठा आरक्षण पर याचिकाओं की सुनवाई कोर्ट 14 अगस्त के बजाय 7 अगस्त को करने के लिए तैयार हो गया है। वर्ष 2014 और 2015 में इस मामले में कई याचिकाएं दायर की गई थीं। पहले भी तत्कालीन कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार ने मराठा समुदाय को सरकारी नौकरियों एवं शिक्षा में 16 प्रतिशत आरक्षण देने को मंजूरी दी थी लेकिन कुछ याचिकाओं में इस फैसले का विरोध किया गया। वहीं दो याचिकाओं में इसे तत्काल लागू करने के लिए अपील की गई थी।