केरल में RSS कार्यकर्ता की हत्या, मर्डर केस में जमानत पर जेल से था बाहर

केरल में RSS कार्यकर्ता की हत्या, मर्डर केस में जमानत पर जेल से था बाहर

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-12 17:00 GMT
केरल में RSS कार्यकर्ता की हत्या, मर्डर केस में जमानत पर जेल से था बाहर

डिजिटल डेस्क, त्रिसूर/केरल. यहां के त्रिसूर जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई. पी. आनंद नामक इस शख्स पर आरोप था कि उसने 2014 में माकपा के एक कार्यकर्ता की हत्या की थी. वह इस समय इस मामले में जमानत पर बाहर था. पुलिस ने बताया कि आनंदन (23) मोटरसाइकिल पर जा रहा था तभी कार में सवार माकपा कार्यकर्ताओं ने उसपर हमला किया। उसे अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका।

भाजपा का आरोप है कि 2001 के बाद से केरल में उसके 120 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं जिसमें केवल कन्नूर में ही 84 मारे गए। पार्टी का दावा है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पिछले साल सत्ता संभालने के बाद से इनमें से 14 लोगों की हत्या हुई है। माकपा हिंसा छेड़ने के लिए भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाती है। माकपा ने राजनीतिक हत्याओं में सरकार और पार्टी नेतृत्व की संलिप्तता से इंकार किया है।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही केरल की यात्रा पर गए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना था कि केरल में हिंदू आतंकित हैं। वहां साम्यवादियों की गुंडागर्दी है। कम्युनिस्ट आंदोलन की सबसे बड़ी विफलता यह रही कि उसने भारत को एक राष्ट्र नहीं माना। भाजपा ने उस अराजकता के खिलाफ पद यात्रा की जिसमें मैं शामिल हुआ। वह निर्मम हत्याएं कर रहे और बाकायदा धमकी देकर। देश के अंदर जो भी जहां भी अराजकता फैलाएगा, उसके खिलाफ हम एक जुट होंगे।

योगी ने कहा था कि धर्म को जब हम किसी उपासना विधि से जोड़ देते हैं तो उसकी व्यापकता को कम कर देते है। वास्तव में धर्म एक ही है। वह मानव धर्म है या और व्यापक कहें तो सनातन धर्म हैं। बाकी सब सेक्ट हैं, वह धर्म की श्रेणी में नहीं आते है। उन्होंने कहा था, शासन की व्यवस्था धर्म निरपेक्ष नहीं होती, वह पंथ निरपेक्ष हो सकती है। धर्मनिरपेक्ष शब्द आजादी के बाद का सबसे बड़ा झूठ है। हम किसी पर अपनी आस्था नहीं थोप सकते।

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