मुजफ्फरनगर : कवाल हत्याकांड के 7 दोषियों को उम्रकैद

मुजफ्फरनगर : कवाल हत्याकांड के 7 दोषियों को उम्रकैद

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-08 11:53 GMT
मुजफ्फरनगर : कवाल हत्याकांड के 7 दोषियों को उम्रकैद
हाईलाइट
  • मुजफ्फरनगर के कवाल हत्याकांड केस में शुक्रवार को सजा का ऐलान कर दिया गया।
  • कोर्ट ने सभी 7 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। बुधवार को एडीजे-7 कोर्ट के जज हिमांशु भटनागर ने दोषी ठहराया था।
  • मामले में कुल 8 आरोपी थे जिसमें से एक आरोपी शाहनवाज की मौत हो गई थी।

डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के कवाल हत्याकांड केस में शुक्रवार को सजा का ऐलान कर दिया गया। कोर्ट ने सभी 7 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। बुधवार को एडीजे-7 कोर्ट के जज हिमांशु भटनागर ने दोषी ठहराया था। मामले में कुल 8 आरोपी थे जिसमें से एक आरोपी शाहनवाज की मौत हो गई थी। मुजम्मिल, मुजस्सिम, फुरकान, नदीम, जहांगीर, अफजल और इकबाल है।

2013 में मुजफ्फरनगर के कवाल गांव में मोटरसाइकिल की टक्कर को लेकर दो भाई सचिन-गौरव और आरोपियों के बीच विवाद हो गया था। ये विवाद इतना बढ़ गया था कि आरोपियों ने दोनों भाईयों को मौत के घाट उतार दिया। आरोपी पक्ष के शाहनवाज की भी इस दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद सचिन-गौरव के पिता ने जानसठ कोतवाली में मुजम्मिल, फुरकान, नदीम, जहांगीर, अफजाल और इकबाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। उधर, शाहनवाज के पिता ने भी सचिन-गौरव और उनके परिवार के 5 सदस्यों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी।

अदालत ने प्रोसिक्यूशन के 10 विटनेस और छह डिफेंस की जांच के बाद सातों को दोषी ठहराया था। जिला अभियोजन वकील राजीव शर्मा द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, 2013 के दंगों के बाद 6,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे और 1,480 अभियुक्तों को दंगों में उनकी कथित भूमिकाओं के लिए गिरफ्तार किया गया था। 2016 में, मुजफ्फरनगर दंगों की जांच के लिए गठित जस्टिस विष्णु सहाय जांच आयोग ने हिंसा के लिए इंटेलिजेंस फेल्योर और कुछ टॉप अधिकारियों की ढिलाई को जिम्मेदार बताया था।

बता दें कि 27 अगस्त 2013 के इस हत्याकांड के बाद मुजफ्फरनगर और शामली में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे थे। इसमें 60 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों परिवार बेघर हुए थे। हालांकि अभी भी दंगों के सटीक कारण पर विवाद है, यह आरोप है कि कवाल गांव में जाट समुदाय की एक लड़की को मुस्लिम युवक शाहनवाज कुरैशी ने कथित तौर पर छेड़ा था। जवाबी कार्रवाई में, सचिन और गौरव, लड़की के रिश्तेदारों ने 27 अगस्त, 2013 को कुरैशी को मार डाला। भाइयों को एक मुस्लिम भीड़ ने भागने की कोशिश करते हुए मार डाला।

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