RSS के न्यौते पर बोले अखिलेश, कहा- मुझे संघ का बैन याद है इसलिए कार्यक्रम में नहीं जाऊंगा

RSS के न्यौते पर बोले अखिलेश, कहा- मुझे संघ का बैन याद है इसलिए कार्यक्रम में नहीं जाऊंगा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-15 10:18 GMT
RSS के न्यौते पर बोले अखिलेश, कहा- मुझे संघ का बैन याद है इसलिए कार्यक्रम में नहीं जाऊंगा
हाईलाइट
  • अखिलेश
  • ममता
  • माया और राहुल गांधी समेत कई लोगों को संघ ने भेजा है न्योता
  • संघ के कार्यक्रम में जाने से अखिलेश यादव ने किया इंकार
  • सरदार पटेल के संघ पर बैन लगाने को बताया वजह

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने संघ के बुलावे पर जाने से साफ इंकार कर दिया है। अखिलेश ने इसके पीछे की वजह सरदार पटेल द्वारा संघ पर बैन लगाना बताया है। अखिलेश ने कहा, "मैं RSS के बारे में बहुत ज्यादा नहीं जानता हूं, मैंने सिर्फ इतना पढ़ा है कि सरदार पटेल ने इन पर बैन क्यों लगाया था। शायद यह पढ़कर मैं उनके कार्यक्रम में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा हूं। अखिलेश ने कहा कि RSS ने अब तक उन चीजों में बदलाव नहीं किया है जिनको लेकर सरदार पटेल ने संघ पर बैन लगाया था। RSS में आज भी वो बातें कायम है जिनको लेकर संघ पर बैन लगाया था। 

बता दें कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देशभर की करीब तीन हजार से ज्यादा नामचीन हस्तियों को न्यौते भेजा है। जिनमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, लोकसभा लीडर मल्लिकार्जुन खड़गे, सपा नेता अखिलेश यादव, मायावती, ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू समेत कई बड़े नाम शामिल हैं। इसके अलावा राजनीतिक विचारधाराओं, सामाजिक और धार्मिक समूहों, अल्पसंख्यक नेताओं समेत रिटायर्ड नौकरशाह भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में संघ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, अखिलेश यादव, मायावती और ममता बनर्जी को आमंत्रित किया है। हालांकि अब तक कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी के आमंत्रण पर सस्पेंस बना हुआ है। संघ का ये कार्यक्रम 17 से 19 सितंबर के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में "भविष्य का भारत: संघ की दृष्टि" के नाम से आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत सभी लोगों को संबोधित करेंगे। 

बता दें कि इससे पहले, उद्योगपति रतन टाटा और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी RSS के कार्यक्रम में शामिल हो चुके हैं। नागपुर में आयोजित RSS के कार्यक्रम का मुखर्जी जून 2018 में हिस्सा बने थे, जबकि 24 अगस्त को मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में रतन टाटा शामिल हुए थे। हालांकि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी के जाने की खबरों के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन पर जमकर हमला किया था।

Similar News