त्र्यंबकेश्वर में गर्भगृह के दर्शन का समय बढ़ाने की मांग

त्र्यंबकेश्वर में गर्भगृह के दर्शन का समय बढ़ाने की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-02 14:17 GMT
त्र्यंबकेश्वर में गर्भगृह के दर्शन का समय बढ़ाने की मांग

डिजिटल डेस्क, नाशिक। भगवान त्र्यंबकेश्वर के गर्भगृह मेंं दर्शन करने के लिए सुबह 6 से 7 बजे तक एक घंटे का समय दर्शन के लिए आने वाली इतनी भारी भीड़ के लिए नामुमकिन सा है। मंदिर प्रशासन अधिकारी ने चिंता जताते हुए देवस्थान ट्रस्ट को एक पत्र लिखा है, जिसमें सुबह के दौरान भक्तों की संख्या पर नियंत्रण करने की मांग की गई है। अधिकारियों ने कहा है कि बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में भगदड़ और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

मंदिर का भीतरी हिस्सा बहुत छोटा है

भगवान त्र्यंबकेश्वर मंदिर का भीतरी हिस्सा बहुत छोटा होने से हवा अधिक मात्रा में नहीं होती है और प्राणवायु की कमी महसूस होती है। साथ ही मंदिर में प्रवेश कर दर्शन लेने के लिए भी एक ही मार्ग है। परिणाम स्वरूप भीड़ होने पर एक बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है।

गौरतलब है कि वर्ष 2014 से सितंबर 2015 के दौरान तत्कालीन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष जज के. व्यंकटेश दौलताबादकर की उपस्थिति में गर्भगृह को केवल सुबह 6 से 7 बजे के बीच खुला रखने का फैसला लिया गया था। इसके बाद से ही इस निर्णय पर अमल हो रहा है। यह फैसला गर्भगृह में होने वाले भीड़ एवं इससे प्रतिमा को होने वाली हानि को ध्यान में रखकर लिया गया था। भगदड़ और दुर्घटना जैसा माहौल बनता देख इस निर्णय में बदलाव करने पर विचार-विमर्श शुरू हो गया है।

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