लोकसभा चुनाव 2024: बृजभूषण सिंह का बड़ा ऐलान, सियासी अखाड़े को हमेशा के लिए कहा अलविदा, सीएम योगी को लेकर कही ये बात

  • बृजभूषण सिंह ने चुनावी राजनीति से लिया संन्यास
  • कुश्ती महासंघ विवाद में फंसे होने के चलते बीजेपी इस बार नहीं दिया टिकट
  • बेटे करण के लिए कर रहे चुनाव प्रचार

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-18 09:06 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच यूपी की कैसरगंज सीट से सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने चुनावी सियासत से संन्यास का ऐलान कर दिया है। लाइव हिंदुस्तान से बातचीत में बीजेपी सांसद ने कहा, 'मैं अब जीवन में कभी भी चुनाव नहीं लड़ूंगा। मेरे पास करने के लिए बहुत सारे काम हैं।' बता दें कि कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष रहते हुए बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों के साथ दुर्व्यहार करने के आरोप लगे हैं। इसी विवाद के चलते भाजपा ने लोकसभा चुनाव में उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है।

बेटे को उम्मीदवार बनाए जाने पर क्यो बोले?

अपने जगह बेटे करण भूषण को बीजेपी उम्मीदवार बनाए जाने पर बृजभूषण ने इसे उन्हें कुश्ती संघ से दूर रखने की साजिश बताया। बृजभूषण ने कहा, 'मैं करण को कुश्ती संघ के अध्यक्ष का चुनाव लड़ाना चाह रहा था। उसे रोकने के लिए यह साजिश रची गई है।' वहीं 6 बार के सांसद होने और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल होने के बाद भी उन्हें मंत्रीपरिषद में शामिल न किए जाने वाले सवाल पर बृजभूषण ने कहा कि भारत में बहुत कम लोग होंगे जिन्हें मेरे जितना सम्मान मिला होगा। लेकिन मेरे ऊपर बाहुबलि होने के आरोप लगाए गए, जिससे मेरी छवि को नुकसान पहुंचा। उन्होंने आगे कहा, ऐसी ही साजिश कांग्रेस ने मेरे साथ साल 1996 में भी रची थी। कल्पनाथ राय के साथ मुझे गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद मेरेी पत्नी को मेरी जगह चुनाव लड़ाना पड़ा और वो सांसद बनीं। एक बार फिर कांग्रेस ने ऐसी ही साजिश रची है, इस बार मेरे बेटे करण सांसद बनेंगे। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, इत्तेफाक देखिए मैं भी 33 साल की उम्र में पहली बार सांसद बना और मेरा बेटा भी 33 साल का ही है।

योगी आदित्यनाथ को बताया अपना गुरु भाई

बृजभूषण शरण सिंह ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ अपने संबंधों को लेकर भी बात की। उन्होंने योगी आदित्यनाथ को अपना गुरु भाई बताया। बीजेपी सांसद ने कहा, 'हम दोनों एक ही गुरु के शिष्य रहे हैं। हमारे गुरु मुझे योगी से कम नहीं मानते थे। वह घोषित शिष्य हैं। हम दोनों अच्छे मित्र हैं। मीडिया में मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया।'

बृजभूषण सिंह ने एक दिन पहले ही कहा था कि वो न तो बूढ़े हुए हैं और न ही रिटायर। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में प्रचार के दौरान कहा था, 'आप के बीच में जितना पहले रहता था, अब उससे ज्यादा रहूंगा। अब और ज्यादा ताकत के साथ काम करूंगा। मैंने एक नारा दिया था स्वच्छ गोंडा। अभी बहुत कुछ करना बाकी है। मुझे जानकारी है कि कहां सड़क की जरुरत है और कहां पुल की। मुझे क्षेत्र की सारी समस्याओं के बारे में पता है। आपके लिए मैं किसी से भी भिड़ सकता हूं। मेरा क्या कर लेंगे, लड़के जीत लेंगे? हमसे ज्यादा आदमी भी किसी के पास नहीं हैं। हमें पता है कि किसके पास घर नहीं है और किनके यहां बिजली नहीं है।'

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