नाराज विपक्ष: विपक्षी इंडिया गठबंधन में सांसदों के सामूहिक इस्तीफे को लेकर चर्चाएं तेज, आज हो सकता है विचार

  • विपक्ष के कई सांसद निलंबन
  • 1989 के इतिहास को दोहराने की बात
  • राजीव गांधी की सरकार में विपक्ष ने उठाया था कदम

ANAND VANI
Update: 2023-12-19 05:11 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में सरकार और विपक्ष के बीच बनी तकरार के बाद विपक्ष का अगला कदम क्या होगा? सियासी गलियारों में इसे लेकर खूब चर्चाएं हो रही है। आज विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक होने जा रही है। अटकलें लगाई जा रही है कि विपक्ष अब सामूहिक इस्तीफे पर विचार कर सकता है।  आपको बता दें लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों से अब तक विपक्ष के 92 सांसदों का निलंबन हो चुका है। इससे समूचे विपक्ष में 1989 इतिहास को रिपीट करने की बात सुर्खियों में हे।

आपको बता दें 1989 में तत्कालीन विपक्ष ने राजीव गांधी की 400 से ज्यादा सांसदों की प्रचंड बहुमत की सरकार को बोफोर्स मुद्दे पर घेरा था। और विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा से सामूहिक इस्तीफा दिया था। उस समय विपक्ष के सामूहिक इस्तीफे में बीजेपी भी शामिल थी।  लेकिन अब मोदी सरकार को घेरने के लिए मौजूदा विपक्ष ऐसा कोई कदम उठा सकता है। यह सोच इंडिया गठबंधन के कुछ नेताओं के मन में चल रही है। आपको बता दें 1989 में प्रचंड जीत के बाद राजीव गांधी की सरकार में विपक्ष को कम तवज्जो दी जा रही है। उसे अनसुना किया जा रहा था। इसे देखते हुए पूरे विपक्ष ने लोकसभा से सामूहिक इस्तीफा दिया था और उसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस हारी और विश्वनाथ प्रताप सिंह की जनता दल के नेतृत्व में राष्ट्रीय मोर्चे की गठबंधन सरकार बनी थी जिसे बाहर से वाम मोर्चे और बीजेपी दोनों का समर्थन प्राप्त था।

जनता दल (यू) के महासचिव और मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने विपक्ष की ओर से सामूहिक इस्तीफा जैसा सख्त कदम उठाने की बात कही।  त्यागी ने आगे कि अभी इस मुद्दे पर विचार नहीं हुआ है, लेकिन जिस तरह केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं और सांसदों को निशाना बना रही है, उसका जवाब किसी बड़े राजनीतिक कदम से ही देना होगा। 

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