उपचुनाव में जीत-हार से सरकार पर कोई असर नहीं, लेकिन प्रतिष्ठा दांव; क्या ये 2023 का सेमीफाइनल ?

मध्य प्रदेश उपचुनाव में जीत-हार से सरकार पर कोई असर नहीं, लेकिन प्रतिष्ठा दांव; क्या ये 2023 का सेमीफाइनल ?

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-29 09:48 GMT
उपचुनाव में जीत-हार से सरकार पर कोई असर नहीं, लेकिन प्रतिष्ठा दांव; क्या ये 2023 का सेमीफाइनल ?

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में तीन विधानसभा और एक लोकसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है और अब राजनीतिक दल अपना दम दिखाने की तैयारी में जुट गए हैं, दोनों के अपने-अपने दावे हैं और मतदाताओं का दिल जीतने की जुगत में लग गए हैं। राज्य की तीन विधानसभा सीटों जोबट, पृथ्वीपुर और रैगांव के साथ ही खंडवा लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव होना है। इन चारों ही स्थानों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने तारीख का ऐलान कर दिया है। 30 अक्टूबर को मतदान होगा और 2 नवंबर को नतीजे आएंगे।

चुनाव आयोग द्वारा निर्वाचन की प्रक्रिया का ऐलान किए जाने के साथ ही दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस की सक्रियता बढ़ गई है। दोनों ही दल जमीनी स्तर पर तैयारी तो पहले से ही कर रहे थे मगर अब उन्होंने उम्मीदवारों का चयन भी शुरू कर दिया है। राज्य के यह उप चुनाव न तो भाजपा को सत्ता से बाहर कर सकते हैं और न ही कांग्रेस सत्ता में आ सकती है, मगर इस चुनाव के सियासी मायने बहुत बड़े हैं। इस उपचुनाव को 2023 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इसकी वजह भी है क्योंकि यह चुनाव उस समय हो रहे हैं जब कोरोना महामारी की दूसरी लहर लगभग खत्म हो गई है तो वहीं महंगाई बढ़ रही है और किसानों का आंदोलन चल रहा है। इन्हें कांग्रेस मुद्दा बना रही है तो दूसरी ओर भाजपा केंद्र और राज्य सरकार द्वारा गरीबों के कल्याण के लिए किए जा रहे कामों से हर वर्ग को लाभ होने की बात कह रही है।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का कहना है कि दमोह उपचुनाव की तरह हर हाल में हम यह चारों उपचुनाव भी प्रचंड मतों से जीतेंगे। चुनाव की घोषणा के बाद कम से कम इन क्षेत्रों में जनता को भ्रमित करने के लिये रोज हो रही करोड़ों की झूठी घोषणाओं, झूठे भूमिपूजन-शिलान्यास, झूठे नारियल फोड़ने पर रोक तो लगेगी। वहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि भाजपा सिर्फ चुनाव के समय ही नहीं बल्कि 365 दिन सक्रिय रहती है। जहां तक चुनाव की बात है तो भाजपा ने व्यापक तैयारी की है। इस प्रदेश की जनता ने और भाजपा के कार्यकर्ताओं की मेहनत व जनकल्याण की योजनाओं ने 28 विधानसभा क्षेत्रों के उप-चुनाव में कांग्रेस को आईना दिखाया था। आगामी समय में होने वाले चार उप चुनाव में भी जनता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ व कांग्रेस को आईना दिखाएगी। राज्य में जिन चार स्थानों पर उप-चुनाव होना है। उसमें से एक विधानसभा रैगांव व खंडवा लेाकसभा पर भाजपा का कब्जा था, वहीं पृथ्वीपुर व जोबट पर कांग्रेस के उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे। इन चारों स्थानों पर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के निधन के कारण उप-चुनाव हो रहा है।

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