शेट्टार के बहाने कांग्रेस को जगी लिंगायत समुदाय को साधने की आस, शेट्टार के इस्तीफे के बाद तेज हुई सियासत, भड़के येदियुरप्पा

कर्नाटक में फंसी बीजेपी! शेट्टार के बहाने कांग्रेस को जगी लिंगायत समुदाय को साधने की आस, शेट्टार के इस्तीफे के बाद तेज हुई सियासत, भड़के येदियुरप्पा

Dablu Kumar
Update: 2023-04-16 11:12 GMT
शेट्टार के बहाने कांग्रेस को जगी लिंगायत समुदाय को साधने की आस, शेट्टार के इस्तीफे के बाद तेज हुई सियासत, भड़के येदियुरप्पा

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कर्नाटक में अगले माह विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर राज्य के सियासी गलियारों में चहल पहल बनी हुई है। 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में रूलिंग पार्टी भाजपा को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही केएस ईश्वरप्पा का चुनावी राजनीति से संन्यास लेने के फैसले से भाजपा अभी उभर ही रही थी कि पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और 6 बार विधायक रहे जगदीश शेट्टार ने रविवार को अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। आगामी विधानसभा चुनाव में शेट्टार को टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है। इसी के साथ मौके का फायदा उठाते हुए विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने शेट्टार को पार्टी में शामिल होने का न्यौता दे डाला। 

शेट्टार का टिकट कटने से किसे होगा फायदा

मंगलवार और बुधवार को भाजपा द्वारा जारी की गई कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की पहली और दूसरी लिस्ट में पार्टी ने जगदीश शेट्टार को जगह नहीं दी। इससे खफा होकर उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े को अपना इस्तीफा सौंप दिया। हालांकि भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, केंन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी शेट्टार को मनाने की कोशिश की, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ और शेट्टार अपनी जिद पर अड़े रहे। भाजपा कि ओर से शेट्टार को टिकट न दिए जाने की वजह नए चेहरों को मौका देना बताया जा रहा है।

लिंगायत में शेट्टार की पकड़

इस अवसर को भुनाने की कोशिश में कांग्रेस पूरी तरह से लग चुकी है। शेट्टार को लिंगायत समुदाय का बड़ा नेता माना जाता है और शेट्टार को अपने साथ मिला कांग्रेस उस समुदाय पर पकड़ कसना चाह रही है। खबरों के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एमबी पाटिल, सिद्धारमैया लगातार जगदीश शेट्टार से संपर्क में है। कांग्रेस ने तो शेट्टार को बेंगलुरू से लाने के लिए एक विशेष विमान भी तैयार रखा हुआ है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुद अभी कोलार विधानसभा क्षेत्र में मौजूद हैं। वे वहां से राज्य में पार्टी के लिए चुनावी हुंकार भर रहे हैं। सांसद की सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी कर्नाटक चुनाव के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर रहे हैं। 

बीएस येदियुरप्पा ने जताई नाराजगी

इधर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा, शेट्टार के इस फैसले से काफी नाखुश दिखे। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 'मैं केएस ईश्वरप्पा को बधाई देता हूं। मैं युवा नेताओं को मौका देने के लिए सीएम पद से हट गया। पीएम मोदी एक दुर्लभ राजनेता हैं। ऐसे ही अमित शाह भी हैं। हम पूरे कर्नाटक में घूमेंगे। हमें यकीन है कि बीजेपी को जीतने से कोई ताकत नहीं रोक सकती। नेता शेट्टार को मनाने उनके घर गए। उनके परिवार के सदस्य को खड़ा करने की पेशकश की गई लेकिन उन्होंने मना कर दिया और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हुबली की जनता इसे माफ नहीं करेगी. मैं हुबली भी जाऊंगा।'  बता दें कि, राज्य में भाजपा खेमे में इसलिए भी खलबली मची हुई है क्योंकि, पार्टी ने जब से चुनावी के लिए अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की तब से ही बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं की पार्टी छोड़कर बागी होने की आशंका है।

एनसीपी ने भी भरी है हुंकार

इधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राज्य अध्यक्ष हरि आर ने भी शनिवार को एक बयान जारी कर बीजेपी खेमे में खलबली मचा दी है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में भाजपा के 4 से 5 विधायक एनसीपी के संपर्क में हैं और वे सभी नेता चुनाव से पहले एनसीपी में शामिल हो सकते हैं। हरि आर ने यह भी दावा किया कि 'हमारी पार्टी इस बार कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं और हमारे संपर्क में बीजेपी के चार से पांच विधायक हैं। इसके अलावा बेंगलुरु के (पूर्व) मेयर भी जल्द ही हमारी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।'

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