पहले सत्ता, फिर पार्टी अब निगम चुनाव में मात देने की तैयारी में एकनाथ शिंदे, शिवसेना के खिलाफ ये है नई रणनीति

महाराष्ट्र सियासत पहले सत्ता, फिर पार्टी अब निगम चुनाव में मात देने की तैयारी में एकनाथ शिंदे, शिवसेना के खिलाफ ये है नई रणनीति

Anupam Tiwari
Update: 2022-07-28 12:46 GMT
पहले सत्ता, फिर पार्टी अब निगम चुनाव में मात देने की तैयारी में एकनाथ शिंदे, शिवसेना के खिलाफ ये है नई रणनीति

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में अभी गर्मी कम नहीं हुई है। शिवसेना से बगावत के बाद उद्धव ठाकरे को सत्ता से बेदखल कर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले एकनाथ शिंदे ने फिर से उद्धव ठाकरे को मात देने की तैयारी शुरू कर दी है। गौरतलब है कि कुछ ही दिन बाद महाराष्ट्र में नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं। सीएम शिंदे बीजेपी के साथ अभी से सियासी समीकरण बैठाने में जुट गए हैं।

बताया जा रहा है कि सीएम शिंदे नगर निगम चुनाव में उद्धव ठाकरे को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में है। हालांकि, शिंदे के सीएम बनने के बाद पहला चुनाव होगा और उनकी असल परीक्षा भी होगी। एकनाथ शिंदे गुट के सूत्रों के हवाले से खबर है कि मुंबई, पुणे, औरंगाबाद समेत अन्य नगर निगमों के चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव में उतरा जाएगा। 

नगर निगम चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन

एकनाथ शिंदे गुट के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, सीएम शिंदे के नेतृत्व में शिंदे गुट और भाजपा आगामी नगरपालिका चुनाव एक साथ लड़ेंगे। खबर ये भी है कि औरंगाबाद नगर निगम चुनाव के मौके पर नया गठबंधन बना है। हालांकि, अभी सीट बंटवारे को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। गौरतलब है कि हाल ही में महाराष्ट्र सियासत में भारी उठापटक के बाद शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे व बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार बनी है। नगर निगम चुनाव में पहली बार होगा जब दोनों नेता साथ मिलकर इस चुनावी मैदान में उतरेंगे।

शिंदे पहले ही औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर करने की घोषणा कर चुके हैं। यहां शिवसेना के सभी छह बागी विधायक शिंदे समूह में शामिल हो गए हैं। इस वजह से उद्धव ठाकरे पहले से यहां से कमजोर दिख रहे हैं। अब एकनाथ शिंदे और फडणवीस का सामना करना उद्धव ठाकरे के लिए किसी चुनौती से कम नहीं माना जा रहा है। 
 
नगर निगम चुनाव को लेकर हुई बैठक

औरंगाबाद से शिवसेना के बागी विधायक उदय सिंह राजपूत, संजय शिरथ, रमेश बोरोन और प्रदीप जायसवाल एकनाथ शिंदे गुट के साथ हैं। साथ ही अब्दुल सत्तार और संदीपन भुमरे भी एकनाथ शिंदे के साथ हैं। खबरों के मुताबिक नगर निगम चुनाव में सीट बंटवारे को लेर बैठक संपन्न हुई है। मीटिंग में पारित प्रस्ताव के आधार पर बीजेपी आलाकमान से चर्चा की जाएगी और फिर आगामी चुनाव में उतरने का आखिरी फॉर्मूला तैयार होगा।

हालांकि, बताया ये भी जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गुट व बीजेपी के बीच कैबिनेट गठन को लेकर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। महाराष्ट्र में नई सरकार बने 21 दिन से ज्यादा हो चुके हैं फिर भी कैबिनेट का विस्तार नहीं हो पाया है। अभी तक इसके पीछे की सही वजह निकलकर नहीं आई है। 

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