महाराष्ट्र: कंगना के खिलाफ BMC का एक्शन, शिवसेना से सहयोगियों ने झाड़ा पल्ला, जानिए क्या कहा NCP और कांग्रेस ने?

महाराष्ट्र: कंगना के खिलाफ BMC का एक्शन, शिवसेना से सहयोगियों ने झाड़ा पल्ला, जानिए क्या कहा NCP और कांग्रेस ने?

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-09 13:59 GMT
महाराष्ट्र: कंगना के खिलाफ BMC का एक्शन, शिवसेना से सहयोगियों ने झाड़ा पल्ला, जानिए क्या कहा NCP और कांग्रेस ने?

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ बीएमसी के एक्शन के बाद महाराष्ट्र में उद्धव की गठबंधन सरकार में सहयोगी दलों ने इस विवाद से पल्ला झाड़ लिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने बीएमसी की तोड़फोड़ की कार्रवाई को गैर-जरूरी कदम बताया। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी पूछा कि कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका?

क्या कहा शरद पवार ने?
शरद पवार ने कहा "बीएमसी की कार्रवाई ने अनावश्यक रूप से कंगना को बोलने का मौका दे दिया है। मुंबई में कई अन्य अवैध निर्माण हैं। यह देखने की जरूरत है कि अधिकारियों ने यह निर्णय क्यों लिया? पवार ने कहा कि हर कोई जानता है कि मुंबई पुलिस सुरक्षा के लिए काम करती है। आपको इन लोगों को प्रचार नहीं देना चाहिए।

क्या कहा संजय निरूपम ने?
महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने ट्वीट किया, "कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका? क्योंकि हाई कोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी. पूरा एक्शन प्रतिशोध से ओत-प्रोत था. लेकिन बदले की राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है. कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरू हो जाए।"

BMC ने कंगना के ऑफिस में तोड़फोड़ की
बता दें कि बीएमसी ने आज बांद्रा वेस्ट के पाली हिल रोड पर स्थित कंगना रनौत के 48 करोड़ के दफ्तर (मणिकर्णिका फिल्म्ज़) के कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है। जेसीबी और हथौड़ों से तोड़फोड़ की गई। बीएमसी के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, हमने कंगना को 24 घंटे का समय दिया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। कंगना ने बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिस पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने उद्धव सरकार को फटकार लगाई और तोड़फोड़ पर रोक लगा दी है। कल गुरुवार दोपहर 3 बजे इस मामले में फिर से सुनवाई होगी। कंगना ने उनके ऑफिस के वीडियो भी पोस्ट किए है जिसे BMC ने तोड़ा है। BMC पर महाराष्ट्र सरकार के इशारे पर बदले की कार्रवाई के आरोप लग रहे हैं।

क्या है पूरा मामला?
बता दें कि कंगना रनौत और शिवसेना के नेताओं के बीच शुरू हुआ ट्वीट वॉर अब ओछी राजनीति तक पहुंच गया है। ये विवाद उस वक्त शुरू हुआ था जब कंगना रनौत ने कहा था कि उन्हें बॉलिवुड के ड्रग लिंक के बारे में काफी कुछ पता है। वह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की मदद करना चाहती हैं लेकिन उन्हें सुरक्षा चाहिए। अभिनेत्री ने कहा था कि उन्हें फिल्म माफिया से ज्यादा शहर की पुलिस से डर लगता है। इसके जवाब में संजय राउत ने "सामना" में लिखा था, मुंबई में रहते हुए कंगना का ऐसा कहना शर्मनाक है। राउत ने कहा था, हम उनसे रिक्वेस्ट करते हैं कि कृपया मुंबई न आएं। 

संजय  राउत की खुली धमकी
इसके बाद कगंना ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और मुंबई वापस न आने के लिए कहा है। पहले मुंबई की सड़कों पर आजादी के नारे लगे और अब खुली धमकी मिल रही है। आखिर मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) जैसा क्यों महसूस कर रही है?" कंगना ने एक और ट्वीट कर कहा था, 9 सितंबर को मुंबई आ रही हूं। किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले।" इस विवाद के दौरान शिवसेना सांसद संजय राउत ने कंगना को हरामकोर लड़की तक कह दिया था। विवाद के चलते केंद्र ने कंगना को Y सिक्योरिटी भी दी है।

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