लोकसभा चुनाव 2024: शिरोमणि अकाली दल को लगा बड़ा झटका, चुनाव के बीच चंडीगढ़ प्रत्याशी ने पार्टी से दिया इस्तीफा, टिकट भी लौटाया

  • लोकसभा चुनाव के बीच शिरोमणि अकाली दल को लगा झटका
  • पंजाब की चंडीगढ़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी का इस्तीफा
  • पार्टी प्रमुख सुखबीर बादल को वापस किया टिकट

Surbhit Singh
Update: 2024-05-06 18:38 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कल लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान आज होने जा रहा है। इस दौरान 12 राज्यों की 92 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। लेकिन, इससे पहले पंजाब में शिरोमणि अकाली दल को बड़ा झटका लगा है। लोकसभा चुनाव के बीच चंडीगढ़ लोकसभा सीट से अकाली प्रत्याशी हरदीप सिंह बुटेरला ने पार्टी दी है। इसी के साथ उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल को अपना टिकट भी सौंप दिया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो, चुनाव लड़ने के लिए बुटरेला ने पार्टी के सामने मांग रखी थी। उन्होंने कहा था कि चंडीगढ़ में इस बार अकाली दल अकेले चुनावी मैदान में है। इस लिहाज से प्रत्याशियों के प्रचार और समर्थन के मद्दनेजर दिग्गज नेताओं की आवश्यकता होगी। ऐसे में सुखबीर बादल 13 सीटों पर तो जोरों-शोरों से प्रचार कर रहे हैं। मगर, 14वीं चंडीगढ़ सीट पर प्रचार से दूरी बना ली हैं। इस वजह से उन्होंने अकाली दल से इस्तीफा लेने का ऐलान किया है। इससे पहले चंडीगढ़ में भाजपा और अकाली दल ने गठबंधन के तहत कई चुनाव लड़े हैं। इस बार अकाली दल ने हरदीप सिंह बुटरेला को चंडीगढ़ सीट से प्रत्याशी घोषित किया था। मगर, उन्होंने सोमवार को प्रदेश कार्यकारिणी के समक्ष अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस दौरान बुटेरला ने पार्टी को अपना टिकट भी वापस कर दिया।

बुटेरला ने मीडिया से कही ये बात 

इस बात का ऐलान उन्होंने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। बुटरेला ने बातचीत में मीडियाकर्मी से कहा कि वह पार्टी के सहयोग के बिन चुनावी मैदान में नहीं उतर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब मुझे चुनाव लड़ने के लिए फंड की आवश्यकता थी तब पार्टी से मुझे फंड नहीं दिया गया। बुटेरला ने कहा कि मैं एक किसान परिवार से ताल्लुक रखता हूं। मैं यह चुनाव निर्दलीय नहीं लड़ सकता। इस बारे में मैंने सुखबीर बादल से बात करना को कोशिश की। मगर, वह किसी भी हालात में बात सुनने को तैयार नहीं थे। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने उनसे भाजपा में शामिल होने की खबरों पर भी सवाल पूछा। इस पर हरदीप बुटेरला ने कहा कि वह कोई भी पार्टी ज्वाइन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अकाली दल छोड़ने का प्रमुख कारण पार्टी की नीतियां है। जब वह चंडीगढ़ सीट से अकाली दल से चुनाव लड़ रहे थे। तब अटकलें थी कि इससे भाजपा को नुकसान हो सकता है। पंजाब में मेयर चुनाव के दौरान हरदीप बुटेरला ने भाजपा के पक्ष में वोट डाला था।

सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला

जब भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के बीच गठबंधन टूटा था। तब अकाली दल ने चंडीगढ़ सीट पर अपने प्रत्याशी का ऐलान किया था। इस सीट पर बुटेरला की भाजपा के प्रत्याशी संजय टंडन और कांग्रेस के प्रत्याशी मनीष तिवारी से मुकाबला था। इस लिहाज से चंडीगढ़ सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हो गया था। 

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