३१ दिन में १०७ भीषण दुर्घटनाएं, २६ ने गंवाई जान, यातायात नियमों की अनदेखी बन रही सडक़ हादसों की मुख्य वजह

बेलगाम रफ्तार ३१ दिन में १०७ भीषण दुर्घटनाएं, २६ ने गंवाई जान, यातायात नियमों की अनदेखी बन रही सडक़ हादसों की मुख्य वजह

Sanjana Namdev
Update: 2023-02-05 10:18 GMT
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डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। वाहनों की बेलगाम रफ्तार ने सडक़ दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ाया है। साल २०२३ के पहले माह जनवरी में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में १०७ भीषण सडक़ दुर्घटनाएं हुई। इन हादसों में २६ लोगों ने जान गंवा दी। वहीं ८१ लोगों को गंभीर चोट आई है।यातायात विभाग की प्राथमिक जांच में सामने आया कि अधिकांश सडक़ हादसे ओवर स्पीड, चालक के नशे में होने और यातायात के नियमों की जानकारी न होने की वजह से हुए है। इसके अलावा कई सडक़ दुर्घटनाओं में सामने आया कि यदि बाइक सवार हेलमेट पहने होते तो शायद उनकी जान बच जाती। सिर पर चोट की वजह से कई लोगों की जान चली गई। इसी तरह गांव को मुख्य सडक़ से जोडऩे वाले चौक-चौराहों पर कई दुर्घटनाएं हुई है।  

रिंगरोड पर सर्वाधिक सडक़ हादसें-

शहर के चारों ओर से निकले रिंगरोड पर अधिकांश सडक़ हादसे सामने आए है। लिंगा रिंगरोड से नागपुर मार्ग, नरसिंहपुर और सिवनी रिंगरोड पर भागते तेज रफ्तार वाहनों ने कई लोगों को रौंदा है। अधिकांश सडक़ दुर्घटनाएं गांव को मुख्य मार्ग से जोडऩे वाले मार्ग पर हुए है।

ब्लैक स्पॉट में अभी और सुधार की जरुरत-

जिले में चिन्हित ब्लैक स्पॉट और संवेदनशील मार्ग है। यहां अक्सर सडक़ हादसे होते है। यातायात विभाग और सडक़ एजेंसियों द्वारा शहर समेत जिले के चिन्हित ब्लैक स्पॉट व संवेदनशील मार्गों वाहनों की रफ्तार कम करने उपाए किए है। इसके बाद भी दुर्घटनाओं का ग्राफ नहीं थमा है, यहां तकनीकी सुधार की आवश्यकता है।
सडक़ दुर्घटनाएं एक नजर में...
माह दुर्घटनाएं घायल मृतक
जनवरी 20२२ १०६ १२२ ३१
जनवरी 20२३ १०७ ८१ २६
क्या कहते हैं अधिकारी-
वाहनों की तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी दुर्घटनाओं की मुख्य वजह है। ब्लैक स्पॉट व संवेदनशील मार्गों पर वाहनों की स्पीड कम करने व्यवस्थाएं बनाई गई है। जिससे कई स्थानों पर दुर्घटनाएं कम हुई है।
- सुदेश ङ्क्षसह, डीएसपी, यातायात

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