सुनियोजित प्रयासों से ही विभागीय लक्ष्य की प्राप्ति संभव -एसीएस श्री मलय श्रीवास्तव!

सुनियोजित प्रयासों से ही विभागीय लक्ष्य की प्राप्ति संभव -एसीएस श्री मलय श्रीवास्तव!

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-04-02 10:51 GMT
सुनियोजित प्रयासों से ही विभागीय लक्ष्य की प्राप्ति संभव -एसीएस श्री मलय श्रीवास्तव!

डिजिटल डेस्क | डिंडोरी विभागीय लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सुनियोजित प्रयासों की महती आवश्यकता होती है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जलप्रदाय योजनाओं के सौ-फीसदी प्रस्तावों पर प्रशासकीय स्वीकृति जारी किए जाने का उद्देश्य कार्यो में निरन्तरता बनाये रखना है। अपर मुख्य सचिव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मलय श्रीवास्तव ने उक्ताशय के निर्देश विभाग के सभी मैदानी अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मिशन का लक्ष्य पूरा होने तक प्रत्येक माह को यह मानकर कार्य करें कि यह वर्ष का अंतिम माह है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि विभाग द्वारा 2023 तक के लिए प्राप्त जलप्रदाय योजनाओं के सभी प्रस्तावों की स्वीकृति मार्च माह में ही जारी करा दी है, जिससे कार्य में किसी प्रकार के गतिरोध की स्थिति निर्मित न हो।

अपर मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों से कहा है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में जल जीवन मिशन में कार्य करने के लिए करीब 9 माह का समय मिलने के बावजूद भी कार्य के अच्छे परिणाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार से अनुदान प्राप्त करने, भौतिक तथा वित्तीय व्यय के आधार पर मिशन संचालन में प्रदेश को अव्वल बनाये रखने के लिए बेहतर कार्य प्रबंधन का आगे भी ध्यान रखें।

प्रदेश की ग्रामीण आबादी को नल के जरिये जल उपलब्ध करवाने के लिए प्रत्येक जिले में जल जीवन मिशन में जलप्रदाय योजनाओं का कार्य चल रहा है। अब तक 15 हजार 370 करोड़ रूपये की 10 हजार 68 सिंगल विलेज, 11 समूह और 39 समूहों की अंतरूग्राम अधोसंरचनाओं का कार्य प्रगतिरत है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत करीब एक करोड़ तीन लाख क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन वर्ष 2023 तक स्थापित किया जाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। मिशन प्रारंभ होने के पूर्व अप्रैल 2020 तक प्रदेश की ग्रामीण आबादी में 17 लाख 72 हजार नल कनेक्शन उपलब्ध थे।

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