कैबिनेट मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ने मुख्यमंत्री को कराया जिलों की मांगों से अवगत!

कैबिनेट मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ने मुख्यमंत्री को कराया जिलों की मांगों से अवगत!

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-06-14 09:23 GMT
कैबिनेट मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ने मुख्यमंत्री को कराया जिलों की मांगों से अवगत!

डिजिटल डेस्क | बड़वानी राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी व कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने अपने भोपाल प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर पत्र के माध्यम से बड़वानी जिले की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराकर उन्हें स्वीकृत करने की मांग की है। प्रमुख मांगो में बड़वानी जिला अंतर्गत शहीद भीमा नायक सागर परियोजना(लोवर गोई) के निचले भाग में गोई नदी के दोनों तरफ सिलावद से पाटी तक उद्वहन नहरों के निर्माण की मांग की। चूंकि परियोजना के अस्तित्व में आने के पूर्व ग्राम सिलावद पाटी के बीच गोई नदी के किनारों पर बसे किसान सिंचाई व पीने के पानी के लिए इसी नदी पर निर्भर थे।

लेकिन परियोजना के अस्तित्व में आने के बाद डेम के निचले हिस्से में नदी में पानी का बहाव बंद होने तथा जल स्तर कम होने से 25 से अधिक गांवों में सिंचाई के साथ-साथ पीने के पानी की गम्भीर समस्या उत्पन्न हो गयी है। गरीब आदिवासी लघु कृषकों की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है तथा मजदूरी करने को मजबूर है। ऐसी स्थिति में यदि परियोजना को जोड़ते हुए नदी के दक्षिणी हिस्से के गांव सिलावद, रायचूली, ताँगड़ा, सिंधी, होलगांव, सिपाईदुवाली, डोंगलियापानी, धमारिया, ठेंग्च्या, पलवट, वलन, होते हुए तथा नदी के उत्तरी हिस्से के गांव कालाखेत, सेमल्दा खोदरा, डोंगरिया खोदरा, सिलावद, सिंधी खोदरी, ठान, कदवाल्या, अतरसंभा, तक के गांवों को जोड़ते हुए गोई नदी के दोनों तरफ उद्वहन सिंचाई नहरों का निर्माण कर नहरों का पानी बीच में आने वाले छोटे-बड़े नालो में छोड़ते हुए किया जाता है तो इन गांवों को सिंचाई के साथ-साथ पीने का पानी भी उपलब्ध हो सकेगा।

इसी तरह ग्राम सिलावद एवं होलगांव के बीच गोई नदी पर पुल निर्माण की भी मांग करते हुए बताया कि पुल निर्माण हेतु विगत 15-20 वर्षो से ग्रामीणों द्वारा लगातार की जाती रही है। पुल नही होने से सिलावद के आस-पास के गाँवो में बसे ग्रामीण भाइयों-बहनों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है विशेषकर वर्षा काल में ग्रामीणों को बीमारी के दौरान समस्या और भी विकट हो जाती है समय पर अस्पताल न पहुँच पाने की स्थिति में अनहोनी भी हो जाती है। साथ ही पुल निर्माण से आवागमन में सुगमता होगी और गरीब कृषकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा।राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने बताया कि पुल निर्माण के लिए सेतु निगम के द्वारा पूर्व में लगभग 8 करोड़ रु की लागत का एस्टीमेट तैयार होकर प्रक्रिया में है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी एवं कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल को उनके क्षेत्र की दोनों मांगो को जल्द ही पूरा करने हेतु सहमति प्रदान की।

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