अमेरिका मानता है मोदी की छवि ग्लोबल लीडर की 

 ग्लोबल इंवेस्टर समिट अमेरिका मानता है मोदी की छवि ग्लोबल लीडर की 

Manuj Bhardwaj
Update: 2023-01-12 16:31 GMT
अमेरिका मानता है मोदी की छवि ग्लोबल लीडर की 

डिजिटल डेस्क, इंदौर। अमेरिका भारत में अपनी व्यापारिक साझेदारी बढ़ाने के साथ खासकर मप्र में अमेरिकी कंपनियों का कनेक्शन बढ़ाना चाहता है। ऐसी सारी संभावनाएं तलाशने मुंबई स्थित अमरीकी दूतावास के काउंसल जनरल माइक हैंकी ग्लोबल इंवेस्टर समिट में इंदौर आए हुए हैं। उन्होंने स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. के मीडिया दल के साथ अनेक मुद्दों पर खुलकर बातचीत की । उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आम अमेरीकी ग्लोबल लीडर की नजर से देखता है। 
    
मीडियाकर्मियों से चर्चा में श्री माइक हैंकी ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका के संबंधों में घनिष्ठता का एक प्रमुख कारण यह भी है कि हमारे व्यावसायिक, ग्रीन एनर्जी और कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए हमारी आपसी समझ में अंतर नहीं है। हमारी यही कोशिश रहती है कि भारत की तरह हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाए। उन्होंने बताया कि मैं मध्यप्रदेश सरकार और यहां स्थापित कंपनियों के प्रतिनिधियों के संपर्क में हूं। उज्जैन स्थित अवंतिका यूनिवर्सिटी के अवलोकन में देखा कि इंजीनियर और डिजाइन में ७० फीसदी छात्राओं की भागीदारी है। शैक्षणिक संस्थानों को हम कैसे मदद कर सकते हैं इस लिहाज से यूनिवर्सिटी का अवलोकन करने गए थे। उन्होंने बताया कि अगली यात्रा में वे इंदौर के आईआईटी और आयएएम संस्थान का अवलोकन करेंगे। 

अमेरीका में महात्मा गांधी और मोदी के प्रभाव के संदर्भ में उनका कहना था अमेरिका में गांधीजी के विचार पहले भी प्रासंगिक थे और आज भी उनके विचारों का सम्मान इसलिए भी है क्योंकि वे मार्टिन लूथर किंग के नागरिक अधिकारों से प्रभावित थे। आज अमेरिका में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्लोबल लीडर की छवि मानी जाती है, जी-20 की अध्यक्षता भारत को मिलने से मोदी जी का कद और बढ़ गया है। भारत और यूएसए की लीडरशिप के जो लक्ष्य है एक समान है। सरकारें बदलने से लक्ष्य नहीं बदलते। दोनों देश सुरक्षा, खुशहाली, संबंधों में खुलापन चाहते हैं। 

अमरीकी वीजा संबंधी मामलों को लेकर उनका कहना था वीजा संबंधी जटिल प्रक्रिया की दूतावास को भी जानकारी है लेकिन इस प्रक्रिया को इस साल सुगम करने की दिशा में काम चल रहा है। जहां तक वीजा मंजूरी का सवाल है तो छात्रों, विभिन्न कंपनियों में काम के लिए जाने वालों, मेडिकल इशु, बिजनेस संबंधी मामलों में वीजा को बिना विलंब मंजूरी दी जा रही है।जिन आवेदकों के पास पहले से वीजा है उनके वीजा भी शीघ्र रिन्यू किए जा रहे हैं। वीजा में विलंब का एक कारण बेक ऑफिस वाली प्रक्रिया भी है, भारत की इस परेशानी को वाशिंगटन गंभीरता से ले रहा है। अन्य देशों में जहां अमेरिकी वीजा संबंधी कार्य का बोझ कम है उन कार्यालयों को भारत के वीजा आवेदनों के दस्तावेज को सरलीकरण के उद्देष्य भेजा जाएगा । भारत और पाकिस्तान में अमेरिका किसे प्रमुखता देता है इस प्रष्न के जवाब पर काउंसल जनरल हैंकी का कहना था हमारे दोनों देशों से संबंध हैं ये संबंध ऐसे हैं जिनसे न तो टकराव की स्थिति बनती है और न ही हमारे आपसी संबंधों पर प्रभाव पड़ता है।

इंदौर ब्यूटीफुल सिटी, आय लव इट

कोयम्बटूर में पढ़ाई कर चुके माइक हेंकी तीन भाषाओं तमिल, अरबी और फ्रेंच के अच्छे ज्ञाता हैं। मुंबई से पहले माइक हैंकी अम्मान में अमेरिकी मिशन के उप प्रमुख थे। काउंसल जनरल से पहले वे पत्रकार भी रह चुके हैं। मध्य प्रदेश में उनकी यह दूसरी और इंदौर की पहली यात्रा है। उनकी नजर में इंदौर ब्यूटीफुल सिटी है, आय लव इट, साफ-सफाई वाला शहर है और बिजनेस के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी नहीं है। 

स्टेट प्रेस क्लब, मप्र ने स्वागत कर स्मारिका भेंट की 

प्रारंभ में माइक हैंकी का स्वागत स्टेट प्रेस क्लब, मप्र के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल ने किया । उन्हें क्लब की स्मारिका और गांधी दर्शन आधारित पुस्तिक आचरण भेंट की। इस अवसर पर यूएस काउंसल की सीनियर मीडिया एडवाइजर अपर्णा नायर ने श्री हैंकी का परिचय
दिया ।

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