राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा 8 सितम्बर तक पिछले 5 वर्षों में कुल 1935 संकल्प-पत्र भरवाये गये!

राष्ट्रीय नेत्रदान राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा 8 सितम्बर तक पिछले 5 वर्षों में कुल 1935 संकल्प-पत्र भरवाये गये!

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-09-06 09:44 GMT
राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा 8 सितम्बर तक पिछले 5 वर्षों में कुल 1935 संकल्प-पत्र भरवाये गये!

डिजिटल डेस्क | मन्दसौर राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इसके अंतर्गत गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय के नेत्र रोग विभाग द्वारा लोगों में नेत्रदान के प्रति जागरूकता लाने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि चिकित्सालय में विभिन्न स्थानों आकस्मिक चिकित्सा एवं ट्रॉमा ब्लॉक तथा सर्जरी, मेडिसिन, बाह्य रोग विभाग एवं कमला नेहरू अस्पताल परिसर में नेत्रदान के लिये संकल्प-पत्र भरवाये गये। पिछले 5 वर्षों में कुल 1935 संकल्प-पत्र भरवाये गये। इस अवधि में नेत्र रोग विभाग को कुल 121 नेत्रदान हुए।

भोपाल सहित आसपास की जगहों से भी नेत्र प्राप्त हुए हैं। इनमें से 59 नेत्रों का प्रत्यारोपण हुआ। इस वर्ष भी 250 संकल्प-पत्र भरवाने का लक्ष्य है। विभाग द्वारा पैरामेडिकल, स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को नेत्रदान/अंगदान के संबंध में व्यायान दिया जा रहा है। स्नातकोत्तर विद्यार्थियों में नेत्रदान की जानकारी से संबंधित क्विज भी आयोजित की जा रही है। स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों में स्लोगन एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। विगत वर्षों में स्कूलों में नेत्र परीक्षण का आयोजन कर लोगों में नेत्रदान के प्रति जागरूकता लाई गई। इस वर्ष कोविड महामारी के कारण यह आयोजन नहीं हो सका।

सभी स्नातकोत्तर विद्यार्थियों द्वारा अस्पतालों में नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर लोगों में नेत्रदान के प्रति जागरूकता लाई गई। सोशल मीडिया एप, व्हाट्स एप और फेसबुक का उपयोग भी जागरूकता के लिये किया गया। रेडियो, समाचार-पत्र एवं दूरदर्शन/टी.वी. के माध्यम से जागरूकता फैलाने के लिये कार्यक्रम किये गये। प्रति वर्ष नेत्र रोग विभाग में नेत्रदान पखवाड़ा का समापन समारोह नेत्र-दाताओं के सम्मान में आयोजित किया जाता है। इसमें नेत्रदानकर्ताओं के परिजनों को सम्मानित किया जाता है। स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को नेत्रों के अभिसरण, कॉर्नियल रिम की तैयारी, उसका संरक्षण तथा उसकी श्रेणी निर्धारण एवं ऊतक निष्पादन इन सबके व्यक्तिगत परीक्षण की जानकारी दी गई।

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