यस बैंक में निवेश करने वाले हुए परेशान, वित्तीय संकट का मंडरा रहा खतरा

यस बैंक में निवेश करने वाले हुए परेशान, वित्तीय संकट का मंडरा रहा खतरा

Anita Peddulwar
Update: 2020-03-07 09:49 GMT
यस बैंक में निवेश करने वाले हुए परेशान, वित्तीय संकट का मंडरा रहा खतरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। वित्तीय संकट में फंसे यस बैंक की शाखाओं में पैसे निकालने के लिए खाताधारकों की भीड़ लगी रही। शहर की शाखाअाें अाैर एटीएम में अन्य दिनाें की अपेक्षा ग्राहकाें की लंबी कतार देखने काे मिलीं। सिविल लाइन्स स्थित शाखा में ग्राहक धन निकासी काे लेकर चिंतित दिखाई दिए। गुरुवार शाम से ही नकदी निकासी के लिए ग्राहकाें भीड़ उमड़ने से यस बैंक के अधिकांश एटीएम खाली हाे गए हैं। इसे लेकर ग्राहकाें में खासी नाराजगी देखने को मिली।

लाेगाें के आक्राेश काे देखते हुए बैंक की शाखाओं और एटीएम में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आरबीआई ने गुरुवार, 5 मार्च  से 3 अप्रैल तक बैंक ग्राहकों पर 50 हजार से ज्यादा की निकासी पर राेक लगा दी है। इसके बाद से लाेगाें में अपने जमा धन काे लेकर चिंता बढ़ गई है। यस बैंक के ग्राहकाें ने कहा कि, बैंक के पीएसपी पर माैजूद कुछ यूपीआई लेन-देन नहीं हाे पा रहा है। सभी प्रकार के खाते नेट बैंकिंग के माध्यम पहुंच से बाहर हैं। हाेली से ठीक पहले बैंक के वित्तीय संकट से ग्राहक ज्यादा चिंतित नजर आ रहे हैं। 

रेलवे ने एक माह में कमाए 21.58 करोड़
दपूम रेलवे ने फरवरी माह में 34.3 लाख टिकटों को बिक्री की है, जिससे विभाग को 21 करोड़ 58 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। आमदनी की बात करें, तो गत वर्ष की तुलना में रेलवे की 11.47 प्रतिशत आमदनी बढ़ी है। इसके अलावा पार्सल बुकिंग से 65 लाख, माल लदान से 33.90 करोड़, खान-पान से 1.91 लाख, पार्किंग से 9 लाख की आमदनी रेलवे को हुई है। गत वर्ष की तुलना सभी श्रेणी में आमदनी बढ़ी है। 
नियम तोड़ने वालों से वसूले 1 करोड़ 24 लाख : रेल नियमों को तोड़ते हुए  सफर करने वाले यात्रियों पर विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। फरवरी माह में डीआरएम शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन में हुई कार्रवाई में मंडल द्वारा 1 करोड़ 24 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया। कुल 48 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। जिसमें बिना टिकट सफर करने वाले यात्रियों के साथ बिना बुक किए लगेज लेकर जाने वाले भी शामिल हैं। 

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