आर्थिक स्थिति बिगड़ी तो कर लिया सुसाइड, नागपुर शहर में 5 लोगों ने की खुदकुशी

आर्थिक स्थिति बिगड़ी तो कर लिया सुसाइड, नागपुर शहर में 5 लोगों ने की खुदकुशी

Anita Peddulwar
Update: 2020-08-05 07:27 GMT
आर्थिक स्थिति बिगड़ी तो कर लिया सुसाइड, नागपुर शहर में 5 लोगों ने की खुदकुशी

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कोरोना संकट के चलते हर तबके की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। कई लोगों की रोजीरोटी छिन गई है कई लोग बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। इस बीच आत्महत्याएं की घटनाएं सामने आ रही है। नागपुर में  दो ऑटो चालक सहित 5 लोगों ने आत्महत्या की है। शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई इन घटनाओं को आर्थिक तंगी से जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ में कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है। तहसील, गणेशपेठ, धंतोली, गिट्टीखदान और मानकापुर थाना क्षेत्र में ये घटनाएं हुई हैं।

नौकरी चली गई तो खुद को खत्म किया
टिमकी निवासी भगवान मौदेकर (40) कपड़े की दुकान में काम करता था। लॉकडाउन के कारण दुकान बंद होने से भगवान की नौकरी भी चली गई। पूरा परिवार आर्थिक तंगी झेल रहा था। सोमवार को रक्षाबंधन पर पत्नी लालगंज, गुजरी मायके राखी बांधने गई। बच्चे भी मां के साथ में ही थे। घर में भगवान ने छत के एंगल से रस्सी बांधकर फांसी लगा ली।

जहरीली दवा का सेवन कर दी जान
इमामवाड़ा स्थित शनिवारा निवासी छोटेलाल सरोज (48) ऑटो चलाता था। दो-तीन दिन पहले छोटेलाल की पत्नी रक्षाबंधन के लिए यवतमाल जिले में मायके गई हुई है। घर में छोटेलाल अकेले था। सोमवार को छोटेलाल ने जहरीली दवा का सेवन िकया। गंभीर हालत में उसे मेडिकल अस्पताल में भर्ती किया गया था। मंगलवार को उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई। 

सीलिंग फैन से साड़ी बांधकर झूला
भिवनखोरी निवासी शशांक गेडाम (30) ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। उसकी पत्नी अपने बच्चांे सहित मायके में राखी बांधने गई हुई थी। मंगलवार को सीलिंग फैन से साड़ी बांधकर शशांक ने फांसी लगा ली। 

ट्रांसपोर्ट के प्रबंधक का आत्मघाती कदम
गोरेवाड़ा निवासी राधेश्याम बिसेन (45) ट्रान्सपोर्ट कंपनी में प्रबंधक था। उसने घर में ही सीलिंग फैन से दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है।

माता-पिता थे घर से बाहर, लगा ली फांसी
धंतोली स्थित शांति कुटीर निवासी गौरी सुनील धुमाल (19) ने एयर होस्टेस का प्रशिक्षण प्राप्त िकया था। इसके बाद उसने िकसी महाविद्यालय में दाखिला भी लिया। पढ़ाई जारी थी। नौकरी की भी तलाश में थी। सोमवार को गौरी के माता-पिता बड़ी बेटी के घर गए थे। घर में गौरी अकेली थी। उसने सीढ़ियों के एंगल में चुन्नी बांधकर फांसी लगा ली।

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