रूसी आक्रमण के बीच अपनों से जुड़े रहने के लिए एन्क्रिप्टेड ऐप और ऑफलाइन मैप्स का उपयोग कर रहे यूक्रेन के नागरिक

रूस-यूक्रेन युद्ध रूसी आक्रमण के बीच अपनों से जुड़े रहने के लिए एन्क्रिप्टेड ऐप और ऑफलाइन मैप्स का उपयोग कर रहे यूक्रेन के नागरिक

IANS News
Update: 2022-03-01 13:30 GMT
रूसी आक्रमण के बीच अपनों से जुड़े रहने के लिए एन्क्रिप्टेड ऐप और ऑफलाइन मैप्स का उपयोग कर रहे यूक्रेन के नागरिक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध छठे दिन में प्रवेश कर गया है। यूक्रेन में व्यापक तौर पर साइबर हमलों की खबर आ रही है। इस बीच यूक्रेन के नागरिकों ने नवीनतम समाचारों (लेटेस्ट न्यूज) से अवगत रहने और दोस्तों एवं परिजनों से जुड़े रहने के लिए एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन ऐप, ऑफलाइन मैप्स और ट्विटर की ओर रुख किया है।

वर्तमान में, देश के आईओएस ऐप स्टोर में शीर्ष पांच ऐप सिग्नल, टेलीग्राम, ट्विटर और ऑफलाइन मैसेंजर जेलो और ब्रिजफी हैं। मैप्स डॉट मी - एक ऑफलाइन मैप्स ऐप - ने गूगल मैप्स की जगह ले ली है, जिसने देश में लाइव ट्रैफिक डेटा को ब्लॉक कर दिया है। टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, एलन मस्क द्वारा उपग्रह इंटरनेट सेवा (सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस) अब देश में सक्रिय होने की घोषणा के बाद स्पेसएक्स के स्टारलिंक के ऐप ने 39 स्थानों की छलांग लगाई है।

टेलीग्राम ऐप स्टोर और गूगल प्ले दोनों में चार्ट में सबसे ऊपर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑफलाइन मैसेजिंग ऐप ब्रिजफी ने नए इंस्टॉल के मामले में सबसे बड़ी प्रतिशत वृद्धि देखी है, जो पिछले महीने की समान अवधि के दौरान सिर्फ 591 डाउनलोड से बढ़कर अब पिछले कुछ दिनों में ही 28,550 नए इंस्टॉल के साथ तेजी से आगे बढ़ रही है।

इसके अलावा एक अन्य वॉकी-टॉकी ऐप, जेलो के डाउनलोड में 99.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। स्ट्रीमिंग रेडियो ऐप, रेडियो यूक्रेन और सिंपल रेडियो भी ऐप स्टोर पर उच्च स्तर पर चले गए हैं।

चूंकि रूस ने समाचार और सोशल मीडिया तक पहुंच को बंद कर दिया है, इसलिए वीपीएन ऐप की मांग बढ़ी है।

यूक्रेनियों से जुड़े रहने के लिए, मस्क द्वारा संचालित स्पेसएक्स ने रूसी आक्रमण के बीच यूक्रेन में स्टारलिंक उपयोगकर्ता टर्मिनलों से भरा एक ट्रक भेजा है।

यदि रूस के हमले से इसकी इंटरनेट अवसंरचना क्षतिग्रस्त हो जाती है तो उपग्रह यूक्रेन को ऑनलाइन रख सकते हैं।

इससे पहले, गूगल ने यूक्रेन में लाइव ट्रैफिक डेटा बंद कर दिया था। जाहिर तौर पर ट्रैफिक डेटा इसलिए बंद किया गया था, क्योंकि ऐसे कुछ रिपोर्ट्स सामने आई थीं, जिनमें दावा किया गया था कि दुनिया भर के लोग रूसी आक्रमण के दौरान सैनिकों और नागरिकों की गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए इस सर्विस का उपयोग कर रहे हैं।

(आईएएनएस)

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