रेल यात्रियों, माल परिवहन में वृद्धि, दुर्घटनाओं में कमी : सर्वेक्षण

Rail passengers, increase in freight transport, decrease in accidents: survey
रेल यात्रियों, माल परिवहन में वृद्धि, दुर्घटनाओं में कमी : सर्वेक्षण
रेल यात्रियों, माल परिवहन में वृद्धि, दुर्घटनाओं में कमी : सर्वेक्षण
हाईलाइट
  • रेल यात्रियों
  • माल परिवहन में वृद्धि
  • दुर्घटनाओं में कमी : सर्वेक्षण

नई दिल्ली, 31 जनवरी (आईएएनएस)। आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 में शुक्रवार को कहा गया कि भारतीय रेलवे में यात्रियों की संख्या में 1.85 फीसदी की बढ़ोतरी रही और 2018-19 में माल परिवहन में 5.34 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पिछले वर्ष की तुलना में रेल दुर्घटनाएं 59 से घटकर 41 हो गईं।

यह सर्वेक्षण संसद में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया गया। बजट पूर्व सर्वेक्षण के अनुसार, वर्ष 2018-19 के दौरान, भारतीय रेलवे ने 120 करोड़ टन माल और 840 करोड़ यात्रियों को पहुंचाने का कार्य किया। इस तरह से यह दुनिया का सबसे बड़ा यात्री वाहक और चौथा सबसे बड़ा मालवाहक वाहक बना।

सर्वेक्षण में कहा गया, 2018-19 के दौरान राजस्व कमाई आधारित माल ढुलाई 12,215 लाख टन रही, जबकि 2017-18 में यह 11,596 लाख टन था। इस तरह से 5.34 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

सर्वेक्षण के अनुसार, यात्रियों की संख्या 2018-19 में 84,390 लाख रही, जबकि यह 2017-18 में 82,858 लाख रही। इसमें 2018-19 के दौरान बीते साल की तुलना में 1.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।

सर्वेक्षण में यह भी कहा गया कि 2018-19 के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में इस अवधि में ट्रेन दुर्घटनाएं 73 से घटकर 59 हो गई।

इसमें कहा गया, वर्ष 2019-20 (अप्रैल-अक्टूबर 2019) में, 41 ट्रेन दुर्घटनाएं हुई हैं।

रेल दुर्घटनाओं श्रेणी वार रखने पर पता चलता है कि भारतीय रेलवे में ट्रेन के टकराने की घटना कम होकर 2019-20 (अक्टूबर तक) तीन हो गई है और ट्रेन के पटरी से उतरने की घटनाएं 2016-17 के 78 से 2018-19 में 46 हो गई है और अक्टूबर 2019 तक यह 29 है।

यहां तक कि मानवरहित क्रॉसिंग पर दुर्घटनाएं 2016-17 के 20 की तुलना में अक्टूबर 2019 तक शून्य हो गई। 2017-18 में इनकी संख्या 10 रही और 2018-19 में तीन रही। इस रिपोर्ट में आग की घटनाओं को भी उजागर किया गया है, भारतीय रेलवे में अग की घटनाएं अक्टूबर 2019 तक बढ़कर सात हुई हैं। 2018-19 में आग की कुल छह घटनाएं हुईं।

स्वच्छता के बारे में राष्ट्रीय वाहक में सर्वेक्षण में कहा गया कि रेलवे ने दो अक्टूबर, 2014 से स्वच्छ भारत अभियान के तहत विशेष स्वच्छता अभियान शुरू किया।

सर्वेक्षण में कहा गया है कि इसने 2.26 लाख से अधिक यात्री कोचों में बॉयो टॉयलेट स्थापित किए हैं, स्टेशनों की मशीनीकृत सफाई भी 31 अक्टूबर, 2019 तक 940 स्टेशनों तक बढ़ गई। यह मशीनीकृत सफाई 2018-19 में 890 स्टेशनों तक थी, जबकि 31 अक्टूबर, 2019 तक 215 स्टेशनों में प्लास्टिक क्रशिंग मशीन लगाई गई। क्रशिंग मशीन 2018-19 में 128 स्टेशनों पर थी।

रेलवे ने स्टेशनों की सफाई के लिए राशि में भी बढ़ोतरी की।

सर्वेक्षण में आगे कहा गया है कि रेलवे ने आदर्श स्टेशन योजना के तहत 1,253 स्टेशनों की पहचान की है और इसके 2019-20 तक विकसित किए जाने की योजना है।

इसमें कहा गया, एक समर्पित विशेष उद्देश्य वाहन-इंडियन रेलवे स्टेशन डेवेलपमेंट कॉरपोरेशन (आईआरएसडीसी) लिमिटेड की स्थापना रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए की गई है।

Created On :   31 Jan 2020 12:30 PM GMT

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