संयुक्त अरब अमीरात का लक्ष्य मंगल से मेटावर्स तक को छूना, भारत के लिए अवसर खुले
- संयुक्त अरब अमीरात का लक्ष्य मंगल से मेटावर्स तक को छूना
- भारत के लिए अवसर खुले
डिजिटल डेस्क, दुबई। भारत-यूएई संबंधों में आया उत्कर्ष वर्ष 2022 में एक सकारात्मक नोट पर आकर समाप्त हुआ, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार और राजनीतिक संबंध नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और उनके बीच द्विपक्षीय व्यापार 88 अरब डॉलर से अधिक है। इसके अलावा भारतीय लोग, जो संयुक्त अरब अमीरात की आबादी का 39.9 प्रतिशत हिस्सा हैं, वे भारत में 17 अरब डॉलर से अधिक धन भेजते हैं, जो किसी भी दूसरे देश के लिए सबसे बड़ा है। दुनिया को यह बताने के लिए कि भविष्य कैसा होगा, दुबई ने भविष्य का संग्रहालय बनाया। वह संभावनाओं के बारे में बात करता है। वह कोडिंग, बड़े डेटा में नवीनतम तकनीकों का उपयोग करने के लिए दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के पक्ष में है। शाहरुख खान ने क्रिएटिंग द फ्यूचर विथ शाहरुख खान अभियान की शुरुआत करते हुए कहा, दुबई मुझे लगातार चौंकाता रहा है, क्योंकि यह हमेशा अनंत संभावनाओं वाले नवाचार और अन्वेषण का शहर रहा है। आज, दुबई कोडर्स, बड़े डेटा विशेषज्ञों और मेटावर्स की एक अलग दुनिया का केंद्र है, यानी भविष्य की सभी गतिविधियां अब यूएई के बाजार में लागू होने लगी हैं। यूएई ने 2050 तक की अपनी विकास योजना को अपने दम पर लागू करना शुरू कर दिया है।
अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में मंगल और चंद्रमा मिशन के बाद 2028 में यूएई अपना इंटरप्लेनेटरी मिशन लॉन्च करेगा। अंतरिक्ष यान पांच साल में 3.6 अरब किलोमीटर की यात्रा करेगा। इसकी अंतिम लैंडिंग 2033 में पृथ्वी से 56 करोड़ किलोमीटर दूर एक क्षुद्रग्रह पर होगी। यह अमीरात को क्षुद्रग्रह पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला चौथा देश बना देगा। यूएई का 2030 तक संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के सभी 17 लक्ष्यों को प्राप्त करने का भी एजेंडा है। 2017 में लॉन्च की गई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के लिए यूएई की रणनीति यूएई शताब्दी 2071 के उद्देश्यों को प्राप्त करने वाली पहली बड़ी परियोजना है। यह एक पोस्ट-मोबाइल सरकारी चरण की विशेषता है, जिसमें भविष्य की सभी सरकारी सेवाएं, क्षेत्र और बुनियादी ढांचा शामिल है। ये परियोजनाएं एआई पर निर्भर होंगी। यह दुनिया में अपनी तरह का पहला रणनीति क्षेत्र है, जहां एआई सरकार की कार्यक्षमता और दक्षता बढ़ाने के लिए नवीनतम एआई प्रौद्योगिकियों और उपकरणों में निवेश करेगी। 2031 तक यूएई सरकारी सेवाओं और डेटा विश्लेषण के लिए एआई पर 100 प्रतिशत निर्भरता हासिल कर लेगा। दुबई 2030 तक 3डी प्रिंटिंग का एक प्रमुख केंद्र होगा, जो सभी वैज्ञानिक क्षेत्रों में अग्रणी और निर्माण उद्योग में सफलता के प्रतीक के रूप में उभरेगा। दुबई 2030 तक ज्ञान आधारित, टिकाऊ और नवाचार-संचालित व्यवसायों के लिए वैश्विक मंच के रूप में दुनिया की पहली पसंद होगा। साल 2030 तक दुबई में सभी वाहनों का 25 प्रतिशत एआई-आधारित स्वायत्त वाहनों और सड़कों पर चलेगा, जिससे मानव उत्पादकता में वृद्धि के साथ-साथ पारंपरिक परिवहन में बर्बाद होने वाले लाखों घंटे बचेंगे। मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम सोलर पार्क स्वतंत्र बिजली उत्पादक (आईपीपी) मॉडल पर आधारित दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल-साइट सोलर पार्क है। यह 2030 तक 5,000 मेगावाट बिजली पैदा करेगा, सौर-आधारित ऊर्जा, जो एक रेगिस्तान में एक अंतहीन यात्रा बन सकती है। दुबई की स्वच्छ ऊर्जा रणनीति के तहत अमीरात का लक्ष्य 2050 तक अपनी ऊर्जा जरूरतों का 75 प्रतिशत स्वच्छ स्रोतों से उत्पादन करना है। रणनीति का उद्देश्य दुबई को स्वच्छ ऊर्जा और हरित अर्थव्यवस्था का वैश्विक केंद्र बनाना भी है।
यूएई का लक्ष्य 2051 तक वैश्विक खाद्य सुरक्षा सूचकांक में दुनिया का नंबर एक देश बनना है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार साझेदारी को बढ़ावा देकर प्रौद्योगिकी आधारित उत्पादन और भोजन की आपूर्ति को सक्षम करके सभी परिस्थितियों में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। पोषण बढ़ाने और खाद्य पदार्थो की बर्बादी में कमी लाने के लिए नीतियों और विनियमों को लागू करना। अबू धाबी की फ्यूचर एनर्जी कंपनी मसदर दुनिया में नवीकरणीय ऊर्जा और सतत विकास में अग्रणी है। मसदर दुनिया भर में यूटिलिटी-स्केल अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं का विकास कर रहा है। इसका काम है स्वच्छ प्रौद्योगिकियों में नवाचार को बढ़ावा देना, ग्रीन हाइड्रोजन स्मार्ट फस्र्ट-मूवर दृष्टिकोण में दुनिया का नेतृत्व करना। अरब पिछले एक दशक में दुनिया में नवीकरणीय ऊर्जा के विकास के लिए एक उत्प्रेरक रहा है। मसदर संकेत दे रही है कि व्यापार जगत में वैश्विक स्थिरता कैसे लाई जा सकती है। वर्ष 2057 तक अबू धाबी पुलिस एक उपग्रह लॉन्च करेगी, जो पुलिस डेटा चोरी को रोकेगा। इसने अंतरिक्ष में सुरक्षा की निगरानी के लिए 2117 में संयुक्त अरब अमीरात की मार्स कॉलोनी के लिए एक पुलिस स्टेशन बनाने का लक्ष्य रखा है, जो अग्निशमन के लिए नैनो-रोबोट का इस्तेमाल करेंगे। ये रोबोट 50 प्रतिशत पुलिस अधिकारियों की जगह लेंगे। यूएई का लक्ष्य 2117 तक मंगल ग्रह पर पहली रहने योग्य मानव बस्ती स्थापित करना है। शेख मोहम्मद बिन राशिद ने कहा कि यह परियोजना एक बीज है, जिसे यूएई आज बोता है और उम्मीद करता है कि आने वाली पीढ़ियां इसका लाभ उठाएंगी।
(आईएएनएस)
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Created On :   24 Dec 2022 8:30 PM IST