Empower Youth with Future: आईसेक्ट ने केन्या और तंजानिया में रणनीतिक साझेदारी के साथ वैश्विक पहुंच बढ़ाई

आईसेक्ट ने केन्या और तंजानिया में रणनीतिक साझेदारी के साथ वैश्विक पहुंच बढ़ाई

भोपाल: सामाजिक उद्यमिता और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईसेक्ट ने अफ्रीका में अपनी वैश्विक पहुंच को मजबूत करने के लिए तंजानिया और केन्या में कई प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ रणनीतिक समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं । इसके लिए आईसेक्ट का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने इन देशों का दौरा किया जिसमें आईसेक्ट के अंतर्राष्ट्रीय प्रभाग के उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा और महाप्रबंधक अभिषेक गुप्ता शामिल रहे। इस दौरे का उद्देश्य अफ्रीकी युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल से जोड़ना और वैश्विक नौकरी बाजार तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करना रहा।

तंजानिया में आईसेक्ट ने दो प्रमुख विश्वविद्यालयों दार एस सलाम तुमैनी यूनिवर्सिटी और कंपाला इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी इन तंजानिया के साथ समझौते किए। इसके तहत डिजिटल मार्केटिंग, फ्यूचर स्किल्स, व्यवसाय प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा, उद्यमिता जैसे उच्च मांग वाले क्षेत्रों में पाठ्यक्रम प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा फैकल्टी एवं छात्रों का आदान प्रदान, व्यापक शैक्षणिक सहयोग ढांचा की स्थापना की जाएगी। इसका लक्ष्य सीधे तौर पर स्नातकों को रोजगार के अवसरों से जोड़ना और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाना है । प्रतिनिधिमंडल ने दार एस सलाम विश्वविद्यालय (UNDS) के साथ प्रौद्योगिकी-आधारित व्यावसायिक प्रशिक्षण और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों के लिए एक पायलट परियोजना शुरू करने पर भी चर्चा की।

केन्या में आईसेक्ट ने चार प्रमुख संस्थानों लंग'अटा टेक्निकल वोकेशनल कॉलेज (TVC), डॉन बॉस्को डेवलपमेंट आउटरीच नेटवर्क (DB BON), रॉयल इंटरनेशनल कॉलेज (ROICO), लुकेन्या यूनिवर्सिटी (Lukenya University) के साथ शैक्षणिक सहयोग, कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में सहयोग के लिए एमओयू हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों के तहत संस्थान संयुक्त रूप से लघु अवधि के टीवीईटी (TVET) कौशल कार्यक्रम, संयुक्त प्रमाणन पहल, और आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर काम करेंगे । इसके अतिरिक्त आईसेक्ट के ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म आईसेक्ट लर्न के माध्यम से भी कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ।

आईसेक्ट के कार्यकारी उपाध्यक्ष डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने इन पहलों पर बात करते हुए कहा, "तंजानिया और केन्या में हमारी साझेदारियाँ सिर्फ अकादमिक समझौते नहीं हैं बल्कि ये अफ्रीकी युवाओं को उन कौशल, प्रमाणपत्रों और उद्योग के अनुभव से जोड़ने के लिए रणनीतिक मार्ग हैं, जिनकी उन्हें वैश्विक अर्थव्यवस्था में सफल होने के लिए आवश्यकता है । हम आईसेक्ट के चार दशकों के अनुभव को केन्या के गतिशील टीवीईटी इकोसिस्टम के साथ जोड़कर, सीखने से सीधे आजीविका तक के रास्ते बनाना चाहते हैं।"

Created On :   24 Sept 2025 1:48 PM IST

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