- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- नेत्रहीन छात्र उठाते झंडे बैनर उसके...
जबलपुर: नेत्रहीन छात्र उठाते झंडे बैनर उसके पहले पहुँच गए डीएम
- योजना के तहत होना है दृष्टिबाधित स्कूल का उन्नयन, छात्र कर रहे विरोध
- प्रोजेक्ट के लाभ गिनाए तब मान गए दिव्यांग छात्र
- जमीन किसी बिल्डर को दे दी जाएगी और बदले में स्कूल नहीं बन पाएगा।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। भेड़ाघाट बायपास के समीप स्थित शासकीय दृष्टिबाधित स्कूल के उन्नयन के प्रयास वर्ष 2018 से चल रहे हैं। अब जब प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की बात हुई तो यहाँ के छात्र विरोध पर उतर आए।
मंगलवार को सभी नेत्रहीन छात्र रैली निकालकर कलेक्ट्रेट जाने वाले थे, लेकिन कलेक्टर ने उनकी परेशानी को समझा और खुद ही उनसे मिलने स्कूल पहुँच गए। यहाँ छात्रों ने कहा कि उन्हें बेदखल करने की साजिश की जा रही है, उनकी जमीन किसी बिल्डर को दे दी जाएगी और बदले में स्कूल नहीं बन पाएगा।
इस पर कलेक्टर ने उन्हें बताया कि जब तक उनकी स्कूल की नई सर्वसुविधायुक्त इमारत नहीं बन जाएगी, तब तक इस इमारत को खाली नहीं कराया जाएगा और अन्य जो भी सुविधाएँ चाहिए, उनके लिए भी बैठक बुलाई जा सकती है। इसके बाद बहुत से छात्र मान गए।
बताया जाता है कि रिडेंसीफिकेशन योजना के तहत अंधमूक बायपास स्थित शासकीय दृष्टिबाधित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के उन्नयन के लिये तैयार किये जा रहे प्रोजेक्ट का कुछ विद्यार्थियों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
इसकी जानकारी जैसे ही कलेक्टर दीपक सक्सेना को मिली, वे मंगलवार की सुबह खुद ही स्कूल पहुँच गए और विद्यार्थियों के साथ विस्तृत चर्चा कर उन्हें प्रोजेक्ट के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। कलेक्टर ने बताया कि अभी प्रोजेक्ट स्वीकृत नहीं हुआ है। प्रोजेक्ट तैयार करने की कार्यवाही प्राथमिक चरण में है।
प्रश्नगत भूमि से 38 करोड़ रुपये की आय का अनुमान लगाया गया है। उपयुक्त भूमि मिलने पर उक्त आय से दृष्टिबाधित, मूक-बधिर और मानसिक विकलांग विद्यालयों के उन्नयन के लिये डीपीआर तैयार की जाएगी, जिसमें आधुनिक क्लासरूम, सर्वसुविधायुक्त हॉस्टल, ऑडिटोरियम, खेल मैदान, स्टाफ क्वार्टर आदि की व्यवस्था होगी।
कलेक्टर ने विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि जब तक सकारात्मक वातावरण निर्मित नहीं होगा, तब तक प्रोजेक्ट बनाने का काम प्रारंभ नहीं किया जायेगा। साथ ही विद्यार्थियों और स्टाफ से कहा कि वे आगामी दीपावली तक सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श कर निर्णय लें। उन्होंने जोर देकर कहा कि सकारात्मक निर्णय की स्थिति में ही प्रोजेक्ट बनाने का कार्य प्रारंभ किया जायेगा।
Created On :   21 Feb 2024 2:13 PM IST