नया दांव: विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने पर अड़े उद्धव

विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने पर अड़े उद्धव
  • शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख बोले- कांग्रेस और राकांपा (शरद) तत्काल घोषित करे सीएम का उम्मीदवार, मेरा रहेगा समर्थन
  • मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने पर अड़े उद्धव
  • सीटों के बंटवारे के पहले पूर्व मुख्यमंत्री का नया दांव

डिजिटल डेस्क, मुंबई. पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना (उद्धव) के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दल कांग्रेस और राकांपा (शरद) से आगामी विधानसभा चुनाव के लिएमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राकांपा (शरद) में से कोई भी मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करे,मेरा उस चेहरे को समर्थन रहेगा।हालांकि शिवसेना (उद्धव) की सहयोगी कांग्रेस मुख्यमंत्री पद के चेहरे के साथ चुनाव में उतरने के पक्ष में नजर नहीं आ रही है। जबकि राकांपा (शरद) अध्यक्ष पवार ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।इसी बीच उद्धव ठाकरे को महाविकास आघाड़ी विधानसभा चुनाव प्रचार प्रमुख बना सकती है। शुक्रवार को सायन स्थित षण्मुखानंद सभागृह में विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी के पदाधिकारियों का सम्मेलन हुआ। इस सम्मेलन के जरिए महाविकास आघाड़ी ने 2024 के विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंका है। इस मौके पर राकांपा (शरद) के अध्यक्ष शरद पवार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता बालासाहेब थोरात समेत महाविकास आघाड़ी के घटकदलों के नेता मौजूद थे।

मैं महाराष्ट्र के लिए लड़ रहा हूं: उद्धव

उद्धव ने कहा कि शिवसेना (अविभाजित) और भाजपा के बीच25 साल से ज्यादा समय तक गठबंधन था। शिवसेना (अविभाजित) और भाजपा के गठबंधन में जिस दल के सबसे अधिक विधायक होते थे उस दल को मुख्यमंत्री पद देने का फार्मूला था। लेकिन इस नीति के कारण धोखा होता है। क्योंकि मुख्यमंत्री पद के लिए दोनों दल एक-दूसरे के उम्मीदवारों को हराने में लग जाते थे।उद्धव ने कहा कि सत्तारूढ़ महायुति की ओर से विपक्ष से मुख्यमंत्री पद का चेहरा पूछा जा रहा है।मैं अपने स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि महाराष्ट्र के लिए लड़ रहा हूं।

क्या मोदी जी ने हिंदुओं को छोड़ दिया

मेरे दिल्ली में होने के कारण शिवसेना (उद्धव) के सांसद मेरे साथ में थे। इसलिए वे सदन में मौजूद नहीं थे। लेकिन यदि इस विधेयक पर सदन में चर्चा होती है तो मेरे सांसद सदन में अपना पक्ष रखते। लोकसभा में भाजपा के पास बहुमत था फिर वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित क्यों नहीं कराया? अयोध्या में जमीन खरीदी की जांच भी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास भेजी जानी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की वकालत की है। क्या उन्होंने हिंदुत्व को छोड़ दिया है? शिवसेना (उद्धव) और राकांपा (शरद) को सुप्रीम कोर्ट से 50-60 सालों में निश्चित न्याय मिल जाएगा।

शीर्ष नेता मिलकर तय करेंगे मुख्यमंत्री: नाना पटोले

उद्धव के बयान के जवाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने कहा कि उद्धवजी ने जानबूझकर मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में बोला है। लेकिन महाविकास आघाड़ी की ओर से मुख्यमंत्री कौन बनेगा? यह महाआघाड़ी के सभी शीर्ष नेता मिलकर तय करेंगे। हमारे लिए महाराष्ट्र का स्वाभिमान बेचने वाली भ्रष्टाचारी सरकार को सत्ता से हटाना महत्वपूर्ण है।

पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारे लिए फिलहाल यह महत्वपूर्ण मुद्दा नहीं है कि मुख्यमंत्री पद का चहेरा कौन होगा?हमारा लक्ष्य आगामी विधानसभा चुनाव जीतना है। चुनाव जीतने के बाद जिस दल की ज्यादा सीटें उस दल का मुख्यमंत्री बनाने का फार्मूला पहले से तय है।

आशीष शेलार, मुंबई भाजपा अध्यक्ष बोले कि उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद के लिए दिल्ली से लेकर मुंबई तक बैठक की। लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना (उद्धव) के तारे जमीन पर आ गए हैं। इसलिए उन्हें सार्वजनिक मंच से मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा करने की मांग करनी पड़ी है।


Created On :   16 Aug 2024 10:14 PM IST

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