12 जुलाई को रिजेक्ट हुए 140 सैंपल के मामले में एक विशेषज्ञ डॉक्टर निलंबित 

A specialist doctor suspended in case of 140 samples rejected on 12 July
12 जुलाई को रिजेक्ट हुए 140 सैंपल के मामले में एक विशेषज्ञ डॉक्टर निलंबित 
12 जुलाई को रिजेक्ट हुए 140 सैंपल के मामले में एक विशेषज्ञ डॉक्टर निलंबित 

डिजिटल डेस्क छतरपुर । कोरोना संक्रमण के दौर में एक ओर जहां डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों का फ्रंट लाइन के तौर पर कार्य कर रहे हैं, वहीं जिला अस्पताल के कुछ डॉक्टर अभी भी अपने पुराने लापरवाही भरे रवैये के कारण अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे हैं। 12 जुलाई को जिला अस्पताल से जांच के लिए 140 सैंपलों को लैब भेजने की ड्यूटी में डॉक्टर और लैब टैक्नीशियनों ने पैकिंग और मार्किंग में लापरवाही बरती थी, इस्र कारण सभी सैंपल रिजेक्ट हो गए थे और स्वास्थ्य विभाग को पुन: सैंपल कलेक्ट करने पड़े थे। इससे विभाग को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ था और यह मामला मुख्यमंत्री तक भी पहुंच गया था। इसके बाद कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने दो लैब टैक्नीशियन बृजेश मलारिया और सुनील सिंह को निलंबित कर दिया था। बाद में वीसी में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने छतरपुर सीएमएचओ डॉ. विजय पथौरिया को हटाने के निर्देश भी कुछ दिन बाद दिए थेे। मगर स्वास्थ्य विभाग के पास अब तक इस संबंध में लिखित आदेश न आने से सीएमएचओ अपना दायित्व निभा रहे हैं। वहीं इसी मामले में अब 5 अगस्त को अपर संचालक डॉ. वीणा सिन्हा संचालनालय स्वास्थ्य द्वारा आदेश जारी करके जिला अस्पताल के दंत विशेषज्ञ डॉ. अशोक गुप्ता को कलेक्टर के प्रस्ताव पर निलंबित किया गया है। कलेक्टर द्वारा संचालनालय को सूचित किया गया कि 12 जुलाई को विशेषज्ञ डॉक्टर की ड्यूटी इस कार्य के लिए लगाई गई थी। मगर इनके द्वारा अपने कार्य में लापरवाही बरती गई, इससे इतनी बड़ी संख्या में सैंपल रिजेक्ट हो गए। पूर्व में इन्हीं विशेषज्ञ द्वारा जून माह में ड्यूटी पर रहने के दौरान सैंपल लेने से भी मना किया गया था, जिसकी जांच भी सीएस द्वारा जारी थी। निलंबन आदेश के अनुसार अब डॉ.अशोक गुप्ता को जिला अस्पताल से हटाकर जेडी हैल्थ कार्यालय सागर के ऑफिस में अटैच किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान डॉक्टर को जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
 

Created On :   7 Aug 2020 6:41 PM IST

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