बलौदाबाजार : लघु वनोपज संग्रहण एवं प्रसंस्करण पर कार्यशाला

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बलौदाबाजार : लघु वनोपज संग्रहण एवं प्रसंस्करण पर कार्यशाला

डिजिटल डेस्क, बलौदाबाजार। वन धन विकास योजना के अंतर्गत लघु वनोपज संग्रहण एवं प्रसंस्करण विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में बलौदाबाजार जिले के वनोपज कारोबार से जुड़े सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। जिला यूनियन के सभाकक्ष में ऑनलाइन तरीके से रायपुर से जुड़कर दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला में काफी उपयोगी जानकारी प्राप्त किए। वे अब वनोपज के संग्रहण, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन के काम को अच्छे तरीके से कर पाएंगे। जिला यूनियन के उप महाप्रबंधक श्री एम. बी. गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षण के पहले दिन विशेषज्ञों द्वारा संग्रहण, प्रसंस्करण, भुगतान प्रक्रिया, लघु वनोपज बाजार और मानक उत्पाद के बारे में बताया गया। दूसरे दिन प्रमुख वनोपज जैसे ईमली, शहद, लाख कीट पालन आदि की प्रसंस्करण विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इससे दूरस्थ क्षेत्रों से पहुंची महिला स्व-सहायता समूहों में उत्साह, क्षमता विकास और जागरूकता आई है। जिले के बिलाईगढ़, धनसीर, सलिहाभांठा, अर्जुनी,बानिखार,बेलारी,महराजी नवागांव,धनेली,चांदन,रिकोकला, रोहांसी, बलदाकछार, कसडोल आदि के सब-सहायता समूह, वनकर्मी, प्रबंधक आदि ने भाग लिया। समापन समारोह को लघु वनोपज सहकारी संघ के एम.डी श्री संजय शुक्ला ने संबोधित किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अब 52 प्रकार के लघु वनोपजों को समर्थन मूल्य पर खरीदी करेगी। पहले केवल 8 प्रकार के वनोपज खरीदे जाते थे। इससे वनवासियों और ग्रामीणों आमदनी बढ़ेगी और जीवन स्तर सुधरेगा।

Created On :   19 Dec 2020 7:55 AM GMT

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