कलेक्टर ने जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों के कार्यो की समीक्षा : कसडोल एवं बिलाईगढ़ के 50 प्रभावित गावों का लिया जायजा!

Collector reviewed the works of district level nodal officers: 50 affected villages of Kasdol and Biligadh were reviewed!
कलेक्टर ने जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों के कार्यो की समीक्षा : कसडोल एवं बिलाईगढ़ के 50 प्रभावित गावों का लिया जायजा!
कलेक्टर ने जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों के कार्यो की समीक्षा : कसडोल एवं बिलाईगढ़ के 50 प्रभावित गावों का लिया जायजा!

डिजिटल डेस्क | कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों के कार्यो की समीक्षा किए। इस दौरान श्री जैन ने कसडोल एवं बिलाईगढ़ विकासखण्ड के कुल 50 प्रभावित गावों के प्रभारी अधिकारियों से वन टू वन बात करते हुए मौजूदा हालात का जायज़ा लिया। उन्होंने बिंदुवार गावों में संक्रमण की स्थिती,मरीजों के लिए पानी पीने की व्यवस्था,हैंडपंप एवं तालाबो की स्थिती, निगरानी दल के साथ समन्वय,पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता,कंटेंटमेंट जोन,होम आइसलोशन में मरीजों को स्वास्थ्य सम्बंधित विषयों पर जानकारी ली। साथ ही कलेक्टर ने सभी को सख्त हिदायत देतें हुए कहा कि किसी भी हालात में गावों में संक्रमण को बढ़ने नही देना है।

इसके लिए हम सभी को गांव वालों का अधिक सहयोग लेकर सामुहिक प्रयास से ही संक्रमण को रोकना है। उनके द्वारा गावों में टीकाकरण एवं टेस्टिंग के संबंध में भी जानकारी ली गई। बैठक के दौरान अधिकारियों ने भी कलेक्टर को गावों में होने वाली समस्याओं से अवगत कराया।जिसके चलते कुछ गांवों में संक्रमण में कमी नही आ रही है। कलेक्टर ने ऐसे गावों को चिंहाकित कर एसडीएम एवं एसडीपीओ को विशेष दिशा निर्देश दिये है। साथ ही कलेक्टर श्री जैन ने गांव में बाहर से आने वाले मजदूरों को अनिवार्य रूप से टेस्टिंग एवं क्वाराटाइन सेंटर में रखने के निर्देश दिये है। उन्होंने निगरानी दल के साथ समन्वय को अत्यधिक जोर दिया है। निगरानी दल ही कोरोना संक्रमण को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

गौरतलब है की जिलें में एक्टिव संक्रमित मरीज के हिसाब से गांवों को तीन श्रेणीयों में विभाजित किया गया है। पहले वह गाँव जहाँ पर 50 से अधिक संक्रमित मरीज एक्टिव है। दूसरा वह जहाँ 25 से 50 एक्टिव मरीज है एवं तीसरा वह जहां पर 10 से 25 मरीज है। आज जिन गांवों की समीक्षा की गई उसमें 50 गाँव शामिल थे। जिसमें से विकासखण्ड कसडोल के 29 एवं बिलाईगढ़ के 21 गांव की विस्तृत समीक्षा की गयी।

आज स्थिती में *कसडोल विकासखण्ड के अंतर्गत* 2 ग्राम कौवाताल एवं कुम्हारी अतिसंवेदनशील गांव है।कुम्हारी में स्थिती भयावह है वहां पर 100 से अधिक मरीज एक्टिव है। संवेदनशील गांव 5 है जिसमें पीसीद, छाछी,छऱछेद,गोरधा,मटिया हैं। निम्नसंवेदनशील कुल 22 गांव शामिल है। उसी तरह *बिलाईगढ़ विकासखंड* के अंतर्गत केवल 1 गांव सरसींवा अति संवेदनशील है एवं 8 गाँव संवेदनशील है जिसमें टुंड्ररी, सोनाडुला,गगोरी,परसाडीह, छिर्र, झुमका,रायकोना,एवं कोसमुण्डा है। निम्न सवेंदनशील में 12 गांव शामिल है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक आई के एलेसेला,जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्की,जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी कसडोल एवं बिलाईगढ़ विकासखण्ड से सम्बंधित एसडीएम, एसडीपीओ, सीईओ,सहित सभी नोडल अधिकारी उपस्थित थे।

Created On :   22 May 2021 7:54 AM GMT

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